घाटी में पाक समर्थित आंतकियों द्वारा की जा रही हिन्दू-सिखों की हत्याओं पर कांग्रेसी, अकाली व आप वाले क्यूँ चुप हैं? : शर्मा

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जम्मू-कश्मीर के कुछ नेता आंतकियों को समर्थन दे कर घाटी के शान्तमय व भाईचारे के माहौल को फिर से आग लगाना चाहते हैं: अश्वनी शर्मा

कश्मीर में हिन्दू-सिख अध्यापक की हत्या पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने जताया गहरा दुःख व कड़ा विरोध

चंडीगढ़/अमृतसर : 8 अक्तूबर (पवित्र जोत   ) : कश्मीर में द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) के आंतकवादियों द्वारा दो अध्यापकों की निर्मम हत्या किए जाने पर गहरा दुःख व्यक्त करते हुए कड़ा विरोध जताते हुए भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अश्वनी शर्मा ने कहा कि यह पाकिस्तान समर्थित आंतकवादियों ने अपनी नीच मानसिकता और क्रूरता का सबूत दिया है। उन्होंने कहा कि निहत्थे और मासूम लोगों की हत्याएं करके यह आंतकी अपनी किस बहादुरी का सबूत देना चाहते हैं? उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के कुछ नेता इन आंतकियों को समर्थन दे कर घाटी के शान्तमय व भाईचारे के माहौल को फिर से आग लगाना चाहते हैं। शर्मा ने कहा कि घाटी में पाक समर्थित आंतकियों द्वारा की जा रही हिन्दू-सिखों की हत्याओं पर अब ये कांग्रेसी, आकली तथा आप वाले क्यूँ चुप्पी साधे बैठे हैं? क्या इन्हें यह सब दिखाई या सुनाई नहीं देता?

                अश्वनी शर्मा ने कहा कि घाटी में आंतकियों द्वारा आम नागरिकों को सोची-समझी साजिश के तहत निशाना बनाया जा रहा है। यह हमले जम्मू-कश्मीर में दहशत फैलाने के लिए किए जा रहे हैं। बेगुनाह लोगों को निशाना बनाया जा रहा है, ताकि लोगों का आपस में भाईचारा खत्म किया जा सके। उन्होंने कहा कि हमें इस बात का बहुत दु:ख है कि लगातार इस तरह के हमले हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि आंतकियों द्वारा पिछले कुछ दिनों में किए गए हमलों में मुस्लिमों को छोड़ कर अल्पसंख्यक हिन्दुओं तथा सिखों को निशाना बनाया जा रहा है। कल श्रीनगर में आंतकियों द्वारा ईदगाह इलाके में स्थित बॉयज सेकेंडरी स्कूल में जबरन घुस कर स्कूल परिसर में मीटिंग कर रहे अध्यापकों को एक लाईन में खड़ा कर उनके आई.डी. कार्ड्स चैक करने के बाद मुस्लिम समुदाय से ताल्लुक रखने वाले अध्यापकों को अलग कर हिंदू समुदाय के दीपक चंद और सिख समुदाय के अध्यापक सुखविंदर सिंह को गोलियां मार कर मौत के घाट उतार दिया गया।

                अश्वनी शर्मा ने कहा कि कश्मीर में बड़ी मुश्किल से करीब 30 साल बाद शांति लौटी है और इस दौरान असंख्य नागरिकों व सुरक्षा बलों के जवानों ने अपनी शहादतें दी हैं। लेकिन घटी के कुछ नेता अपने निजी स्वार्थ के लिए वहां के शान्तमय माहौल में आग लगा रहे हैं। हाल के दिनों में जम्मू-कश्मीर में गैर-मुस्लिम लोगों पर आतंकी हमलों में इजाफा हुआ है। शर्मा ने केंद्र सरकार तथा जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल से अपील की कि वो इन आंतकी घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए ठोस कदम उठायें तथा आंतकियों के विरुद्ध सुरक्षाबलों को कठोर कारवाई का आदेश देकर जनता में फ़ैल रही असुरक्षा की भावना को खत्म करने का प्रयास करें।

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