अमृतसर 10 नवंबर (राजिंदर धानिक) : सिख स्टूडैंट फेडरेशन मेहता के प्रधान अमरबीर सिंह ढोट ने पंजाब की समूह राजनैतिक पार्टियाँ और पंजाब सरकार से अपील की है कि वह गुरसिख पुलिस अफ़सर डी.जी.पी. इकबालप्रीत सिंह सहोता जो बेअदबी मामलों की जांच और बेअदबी के दोषियों को सज़ा दिलाने के लिए दिन रात तन्नदेही के साथ लगे हुए हैं, उन पर पंजाब की समूह राजनैतिक पार्टियाँ और पंजाब सरकार विश्वास रखें और उन को समय और ताकत दें जिससे इस मामलों पर वह सिख कौम को इंसाफ़ दिला सकें। अमरबीर सिंह ढोट ने कहा कि मैं पंजाब निवासियों और फेडरेशन की तरफ से पंजाब प्रदेश कांग्रेस के प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू और ओर नेता जो सहोता साहिब की काबलीयत पर अविश्वास दिखा रहे हैं,उनको विनती करूँगा कि हर बात के लिए हर व्यक्ति को अपनी काबलीयत साबित करने के लिए समय देना पड़ता है और हमें इकबालप्रीत सिंह सहोता को यह समय देना चाहिए, क्योंकि इकबालप्रीत सिंह सहोता ही एक ऐसे पुलिस अफ़सर हैं जो लम्बे समय से लटक रहे बेअदबी मामले को किसी सिरे पर लेकर जा सकते हैं और सही दोषी बेनकाब करके सिख कौम की कचेहरी में लेकर जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि जब बेअदबी की घटनाएँ हुई थीं, तब भी कुछ समय के लिए सहोता को जांच टीम का प्रमुख बनाया गया था। यदि उस समय पर इकबालप्रीत सिंह सहोता को समय मिलता तो वह ज़रूर इस बेअदबी अध्याय को बेनकाब कर डालते। परन्तु बदकिसमती के साथ उस समय पर सी.बी.आई वादा जांच जाने के कारण सहोता साहब यह कार्य पूरा नहीं कर सके। उन्होंने यह भी कहा कि गुरसिख नौजवान रुपिन्दर सिंह और जसविन्दर सिंह जिनकी गिरफ़्तारी जिला पुलिस की तरफ से इस मामलो में की गई थी, उस मामलो में इकबालप्रीत सिंह सहोता ने अहम रोल अदा करके जसविन्दर सिंह और रुपिन्दर सिंह को निर्दोष सिद्ध करने में अहम भूमिका निभाई थी और इनकी रिहाई को यकीनी बनाया थी।इस कारण रुपिन्दर सिंह और जसविन्दर सिंह की गिरफ़्तारी में सहोता साहिब की भूमिका को गलत रूप में पेश करना भी सही नहीं होगा क्योंकि उनकी भूमिका रुपिन्दर सिंह और जसविन्दर सिंह को रिहा कराने में थी न कि गिरफ़्तार कराने में l ढोट ने डी जी पी साहोता को भी अपील की कि वह बेअदबी मामलों में सिख कौम की आशाएं उम्मीदों को पूरा करें। फेडरेशन मेहता उनके साथ चट्टान की तरह खड़ी है l