अमृतसर5 मई ( राजिंदर धानिक) : पंजाब के पूर्व डिप्टी स्पीकर एवमं इतिहास के प्रो. दरबारी लाल ने साउदी अरब सरकार द्वारा अपने स्कूलों के पाठ्यक्रम में श्री रामायण और महाभारत को शामिल करने पर साउदी अरब के सुल्तान को मुबारकबाद देते हुए कहा कि इससे एक तरफ बच्चों के ज्ञान में अत्याधिक वृद्धि होगी और दूसरी तरफ साउदी अरब और भारत के रिश्तें मजबूत होेंगे। भारत के यह दो महान ग्रंथ विश्व के लिए प्रेरणास्त्रोत है। सदियों से आजतक भारतीयों के दिलों दीमाग पर इनका गहरा प्रभाव है। श्रीरामायण और महाभारत के सदियों पुराने महान ग्रंथों का 80 से अधिक भाषाओं में अनुवाद किया गया है। यह बच्चों, नौजवानों और बुजुर्गों को भारत की विशाल और मानवतावादी से संस्कृति से जोड़ता है।
प्रो. लाल ने कहा कि साउदी अरब की सरकार वहाबी, कट्टरवादिता को त्याग दिया है और उसके स्थान पर सूफी वाद, शिया साम्प्रदायक के लोगों को समानता के अधिकारों से संपन्न किया है और यहूदियों के खिलाफ भी लिखे गए शब्दों को शिक्षा प्रणाली से निकाल दिया है। यद्यपि वह अपने पुराने धर्म के पैरोकार मजबूती से बने रहेंगे, परंतु उन्होंने एक सहनशीलता वादी समाज का निर्माण करने का अति प्रशसंनीय फैसला लिया है।