भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्याएं तथा हुए अत्याचारों के लिए मुख्यमंत्री ममता जिम्मेवार : अश्वनी शर्मा

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प्रदेश के 2500 से अधिक स्थानों पर 18,000 से ज्यादा कार्यकर्ताओं ने कोविड नियमों की पालना करते हुए किया टीएमसी के विरुद्ध प्रदर्शन

चंडीगढ़/अमृतसर: 5 मई ( पवित्र जोत   ) :  बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं द्बारा विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं की नृशंस हत्याएं, भाजपा कार्यलयों में तोड़फोड़ तथा उन्हें जलाने, भाजपा महिला मोर्चा की महिलाओं से दुर्व्यवहार, मारपीट व बलात्कार जैसी घटनाओं के विरुद्ध पूरे देश में भाजपा द्वारा रोष प्रदर्शन किया जा रहा है। इसी कड़ी में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अश्वनी शर्मा के आह्वान पर समूचे पंजाब में भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा कोविड नियमों की पालना करते हुए पंजाब के 2,500 से भी अधिक विभिन्न स्थानों पर 18 हज़ार से भी अधिक भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा हाथों में रोष प्रदर्शित स्लोगन लिखी तख्तियां उठा कर शान्तमय ढंग से रोष-प्रदर्शन किये गए। इसी कड़ी में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अश्वनी शर्मा ने क्वारंटीन होने के चलते अपने निवास स्थान पर अकेले ही रोष-प्रदर्शन किया।

                इसी कड़ी में भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अविनाश राय खन्ना ने होशियारपुर में, पूर्व मंत्री मदन मोहन मित्तल आनंदपुर में, राज्यसभा सांसद श्वेत मलिक ने अमृतसर में, पूर्व मंत्री मनोरंजन कालिया ने जालंधर में, पूर्व मंत्री तीक्ष्ण सूद ने होशियारपुर में, पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सुरजीत कुमार ज्याणी ने फाजिल्का में, पूर्व मंत्री अनिल जोशी ने अमृतसर में, प्रदेश महासचिव जीवन गुप्ता ने लुधियाना में, डॉ. सुभाष शर्मा ने प्रदेश भाजपा मुख्यालय, सैक्टर 37-A, चंडीगढ़ में सहित भाजपा के दिग्गज नेताओं ने अपने-अपने हल्के में कार्यकर्ताओं के साथ कोविड नियमों की पालना करते हुए रोष-प्रदर्शन किया।

अश्वनी शर्मा ने इस अवसर पर मीडिया से बात करते हुए कहाकि बंगाल में विधानसभा चुनाव के दौरान तथा नंदीग्राम से मुख्यमंत्री ममता दीदी के चुनाव हारने के बाद बौखलाई ममता के इशारे पर तृणमूल कार्यकर्ताओं द्वारा नंदीग्राम सहित पूरे बंगाल में गुडागर्दी का नंगा नाच किया। तृणमूल कार्यकर्ताओं ने भाजपा कार्यालयों में जबरन घुस कर जहाँ तोड़फोड़ की वहीँ कार्यलयों में आग लगा दी। भाजपा कार्यकर्ताओं से बुरी तरह मारपीट कर उनकी नृशंस हत्याएं कर दी गई। भाजपा महिला मोर्चा की महिला कार्यकर्ताओ से दुर्व्यवहार, मारपीट व बलात्कार जैसी घटनाओं को अंजाम दिया गया और वहां का प्रशासन मूकदर्शक बना रहा। लोकतंत्र में ऐसी घटनाओं की कोई जगह नहीं है। टीएमसी कार्यकर्ताओं की इस गुंडागर्दी से साफ़ जाहिर होता है कि मुख्यमंत्री ममता नंदीग्राम से हुई अपनी हार बर्दाश्त नहीं कर पाई, जिसके चलते उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं को उकसाया और उन कार्यकर्ताओं ने पूरे बंगाल में जमकर उत्पात मचाया, लेकिन ममता को ये सब दिखाई नहीं देता। शर्मा ने सवाल किया कि क्या अब ममता को तृणमूल के कार्यकर्ताओं के दंगे और भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्याएं नजर नहीं आतीं? शर्मा ने कहाकि कहाकि तृणमूल कांग्रेस बंगाल में पिछले 10 साल से शासन कर रही है और वहां का प्रशासन भी उनके हाथों का खिलौना बना रहा, जिसकी मदद से तृणमूल कांग्रेस ने प्रदेश में दहशत का माहौल बनाया और इसका जमकर फायदा उठाया। हालाँकि टीएमसी की जीत के बाद प्रधानमन्त्री नरेंदर मोदी सहित देश के करीब सभी नेताओं ने ममता को बधाई दे दी, लेकिन फिर ऐसी घटनाएँ लोकतंत्र को शर्मसार करने वाली है और ये घटनाएँ ममता के शासन पर सवाल खड़े करती हैं।

अश्वनी शर्मा ने कहाकि तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने प्रदेश में जमकर गुंडागर्दी करते हुए सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्याएं की हैं और इसके लिए मुख्यमंत्री ममता दीदी जिम्मेवार है। भाजपा अपने कार्यकर्ताओं की हत्याओं के दोषियों की गिरफ्तारी तथा पीड़ितों के इन्साफ के लिए संघर्ष करती रहेगी।

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