(अ)खेती विरोधी काले कानूनों ख़िलाफ़ ‘आप ’ ने किया रोष प्रदर्शन

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‘आप ’ नेताओं ने मोदी साथ-साथ अमरिन्दर सिंह और बादलें को भी कोसा
 अमृतसर 24 सितम्बर (राजिंदर धानिक)  केंद्र की नरिन्दर मोदी सरकारें की तरफ से तानाशाही तरीको साथ खेती सम्बन्धित काले कानूनों के विरोध में आज आम आदमी पार्टी (आप) ने रोश प्रदर्शन करके इन तीनों बरसाती कानूनों को वापस लेने की माँग की।
यहाँ अमृतसर में दोपहर 12 बजे से 2बजे तक जारी रहे इस रोश मुज़ाहरे का नेतृत्व जसकरन बंदेशा ने की, जबकि ओर स्थानिक नेतायों ‘में राजिंदर पलाह,रविन्द्र हंस,डॉ इंदरपाल,सरबजोत सिंह,सीमा सोढ़ी शामिल थे।
इस मौके संबोधन करते हुए बंदेशा ने कहा कि यदि मोदी सरकार इन काले कानूनों को लागू करन में कामयाब हो गई तो न केवल किसानों और खेत मज़दूर पूरी तरह बरबाद होंगे, बल्कि आढ़ती, मुनीम, पल्लेदार, ट्रक -ट्राला -ट्राली -टैम्पो आपरेटर (ट्रांसपोर्टर), खाद और पैस्टीसाईड विक्रेता, कृषि के लिए कस्सी से ले कर कम्बाईन तक बनाने वाली हर तरह की इंडस्ट्री समेत सभी छोटे -बड़े व्यापारी और दुकानदार इन काले कानूनों की भेंट चढ़ेंगे। इस लिए हमें सब को एकजुट और एकसुर हो कर तब तक संघर्ष जारी रखना पड़ेगा, जब तक मोदी सरकार को यह घातक कानून वापस लेने के लिए मजबूर नहीं कर देते।
‘आप ’ नेताओं ने कहा कि मोदी की तानाशाही विरुद्ध एकता का प्रदर्शन करते हुए सब से पहले किसान संगठनों की तरफ से 25 सितम्बर को पंजाब बंद के प्रोगराम को सफल बनाना होगा।
‘आप ’ नेताओं ने मोदी सरकार के इन काले कानूनों के लिए बादल परिवार और मुख्य मंत्री अमरिन्दर सिंह को भी बराबर के दोषी बताया, क्योंकि अमरिन्दर सिंह और वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने हाई शक्ति समिति में चुप -चाप सहमति दे कर जहाँ मोदी सरकार का रास्ता सपाट किया, वहाँ बादलों ने एक वजीरी बचाने के लिए तब तक इन काले कानूनों की वकालत जारी रखी जब तक लोगों ने गाँवों में बोर्ड लगा कर इन का घुसना बंद नहीं किया।
‘आप ’ नेताओं ने हरसिमरत कौर बादल के इस्तीफ़े को केवल नाटक बताते कहा कि बादल अजय भी मोदी के इशारों पर नाचते हैं। इसी लिए बादलों ने किसानों के पंजाब बंद के बुलाऐ को तारपीडो करन के लिए 25 सितम्बर को ही अपना चक्का जाम प्रोगराम रख लिया।
‘आप ’ नेताओं ने कहा कि काले कानूनों की वकालत करन वाले भाजपा नेताओं को मोदी की चमचागिरी करन की जगह पंजाब और देश के किसानों के साथ ले जाना चाहिए। इस समय उनके साथ सीनियर आगू एडवोकेट परमिंदर सेठी,नरिंदर मरवाहा,मुखविंदर सिंह,हरीश बबर, वरुण राणा,प्रितपाल सिंह,मोती लाल, दीपक चडा, पदम् एंथनी,अमित खिन्द्री,दिव्या खिन्द्री, कुलवंत वडाली,ऋषि कपूर, राज भगत आदि मजूद थे।

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