कैंसर मरीजों के मुफ़्त इलाज के लिए 850 करोड़ रुपए की राशि की गई खर्च
120 करोड़ रुपए की लागत से जिले में स्टेट कैंसर इंस्टीट्यूट जल्द होगा कार्यशील
गैरसंचारी बीमारियों की जागरूकता के लिए साइकिल रैली को किया रवाना
अमृतसर, 4 दिसंबर (राजिंदर धानिक) : राज्य में अभी तक ओमीक्रॉन का कोई केस नहीं पाया गया और सरकार द्वारा तीसरी लहर से निपटने के लिए पूरे प्रबंध किये गए हैं और राज्य के सभी हवाई अड्डों पर स्वास्थ्य विभाग की टीमें आने वाले यात्रीयों का टैस्ट कर रही हैं। यह जानकारी श्री ओम प्रकाश सोनी उप मुख्यमंत्री पंजाब जिनके पास स्वास्थ्य विभाग का प्रभार भी है ने आज भाई धर्म सिंह सैटेलाइट अस्पताल रणजीत ऐवीन्यू में ग़ैरसंचारी बीमारियों संबंधी जागरूकता मुहिम के अंतर्गत साइकिल रैली और तीन वैनों को हरी झंडी देने के उपरांत दी।
श्री सोनी ने संबोधन करते हुए कहा कि आज के युग में ग़ैरसंचारी बीमारियाँ जैसे कि शुगर रोग, कैंसर, ब्रेन स्ट्रोक, ब्लड प्रेशर आदि बहुत तेज़ी से फैल रही हैं और कई बार पीड़ित मरीजों को यह पता ही नहीं होता कि वह ऐसी भयानक बीमारी से पीड़ित हैं। श्री सोनी ने कहा कि इन बीमारियों से दूर रहने के लिए हमें अपने खान-पान की आदतों में बदलाव, शराब के सेवन से परहेज़ और शारीरिक तंदुरुस्ती बारे जागरूक करवाने के लिए यह मुहिम शुरू की गई है। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा इन बीमारियों के सम्बन्ध में 31 लाख से अधिक लोगों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है जिनमें से 14.67 प्रतिशत शुगर रोग से पीड़ित, 15.38 प्रतिशत हाइपरटेंशन और 0.35 प्रतिशत कैंसर जैसी बीमारियों से पीड़ित हैं।
उप मुख्यमंत्री ने बताया कि पंजाब के निवासी कैंसर के मरीजों के लिए सरकार द्वारा 850 करोड़ रुपए ख़र्च किये गए हैं और हर कैंसर पीड़ित मरीज़ का मुख्यमंत्री रिलीफ फंड के अंतर्गत 1.50 लाख रुपए तक का मुफ़्त इलाज किया जाता है। उन्होंने बताया कि अमृतसर जिले में 120 करोड़ रुपए की लागत से स्टेट कैंसर इंस्टीट्यूट बनकर तैयार हो गया है और यह अस्पताल जल्द ही कार्यशील हो जायेगा। उन्होंने बताया कि 45 करोड़ रुपए की लागत से टर्शरी कैंसर केयर सेंटर फाजिल्का की भी स्थापना की जा रही है और यह अस्पताल भी जल्द ही लोगों को समर्पित कर दिया जायेगा। उन्होंने बताया कि राज्य के तीनों ही मैडीकल कॉलेजों और अस्पतालों में कैंसर के इलाज के लिए अत्याधुनिक उपरकण मुहैया करवाए गए हैं।
श्री सोनी ने बताया कि राज्यभर में 2.35 लाख लोगों द्वारा कोरोना वैक्सीन की पहली डोज़ ले ली गई है और 36 प्रतिशत से ज़्यादा लोगों ने कोरोना की दूसरी डोज़ भी ले ली है। श्री सोनी ने साइकिल रैली दौरान उपस्थित बच्चों को कहा कि वह जंक फूड से बचंे और शारीरिक व्यायाम की तरफ ज़्यादा ध्यान दें तभी वह इन बीमारियों से बचे रह सकते हैं। उन्होंने कहा कि आम तौर पर देखने में आया है कि अब छोटे बच्चे भी इन ग़ैरसंचारी बीमारियों के गिरफ़्त में आ रहे हैं जिसका मुख्य कारण बाहर की वस्तुओं का खाना है।
पत्रकारों के सवाल के जवाब में श्री सोनी ने कहा कि ए.एन.एम. और आशा वर्करों को अपनी हड़ताल समाप्त कर देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार की तरफ से भी इनकी माँगों पर ध्यान दिया जा रहा है और इस संबंधी उनकी मुख्यमंत्री के साथ बातचीत भी हो चुकी है। श्री सोनी ने कहा कि कर्मचारियों की जायज़ माँगों को ज़रूर पूरा किया जायेगा।
समारोह को संबोधन करते हुए स्वास्थ्य विभाग की डिप्टी डायरेक्टर डॉ. निशा शाही ने बताया कि साइकिल रैली का मुख्य उद्देश्य बच्चों को ग़ैरसंचारी बीमारियों से बचाना है। उन्होंने बताया कि अपने खान-पान में बदलाव लाकर ही इन क्रोनिक बीमारियों से बचा जा सकता है। समारोह को संबोधन करते हुए सिविल सर्जन डॉ. चरणजीत सिंह ने कहा कि मुँह, स्तन और बच्चेदानी का कैंसर पहले चरण में ही ठीक किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि राज्य में बच्चेदानी के कैंसर संबंधी नया प्रोजैक्ट भी शुरू किया गया है। सिविल सर्जन ने बताया कि ये तीनों वैन राज्य के विभिन्न जिलों में जाएंगी और लोगों को ग़ैरसंचारी बीमारियों संबंधी जागरूक करेंगी।
इस अवसर पर चेयरमैन धर्मवीर सरीन, सीनियर वायस प्रधान पंजाब स्केल स्मॉल इंडस्ट्री श्री परमजीत सिंह बत्रा, डॉ. सन्दीप, डॉ. मदन मोहन, श्री संजीव आनंद, डॉ. राजू चौहान, ज़िला परिवार कल्याण अधिकारी डॉ. जसप्रीत शर्मा, ज़िला टीकाकरण अधिकारी डॉ. कवंलजीत सिंह, डॉ. विनोद कुंडल, डॉ. कुलदीप कौर, डिप्टी मास मीडिया अधिकारी अमनदीप सिंह के अलावा सभी सीनियर मैडीकल अफ़सर भी उपस्थित थे।