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राशन देने के अलावा खस्ताहाल घरों की करवाई मुरम्मत
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सिकलीकर सिखों की हर ज़रूरत की करेंगे पूर्ति: डॉ. ओबराय
अमृतसर, 7 जून (पवित्रजोत): दुनिया के किसी भी कोने में कुदरती या गैर-कुदरती मुसीबत में फंसने वाले लोगों का दुख बांटने के लिए सबसे पहले पहुंचने वाले दुबई के प्रसिद्ध कारोबारी और सरबत दा भला चैरिटेबल ट्रस्ट के संस्थापक डॉ. एसपी सिंह ओबराय की तरफ से बुरे हालातों में से गुज़र रहे मध्यप्रदेश के सिकलीकर सिखों को जहां राशन भेजा जा रहा है, वहीं अब उनके खस्ताहाल घरों की मुरम्मत भी करवा कर दी गई है।
इस सबंधी जानकारी सांझी करते हुए डॉ.ओबराय ने बताया कि मध्यप्रदेश के जिला बुरहानपुर के एक गांव में रहने वाले सिकलीकर सिखों के एक नेता राहुल सिंह ने उनसे संपर्क करके बताया था कि उनके क्षेत्र के पहले ही आर्थिक मंदहाली में से गुज़र रहे बहुत से सिकलीकर सिखों के परिवारों को कोरोना के कारण पैदा हुए हालातों ने झकझोर क रख दिया है, यहां तक कि उनको दो वक्त की रोटी भी नसीब नहीं हो रही। जिसको देखते हुए सरबत दा भला चैरिटेबल ट्रस्ट की तरफ से मई माह में वहां के 150 परिवारों को एक-एक महीने का सूखा राशन भेजा गया था। उन्होंने बताया कि राशन पहुंचने के बाद जब उनके पास वहां से वीडियोज और फोटो सामने आईं तो उनको पता लगा कि सिकलीकर सिखों के घर बहुत ही ख़स्ता हालत में हैं। जब उन्होंने इस संबंधी प्रधान राहुल सिंह से बात की तो उसने बताया कि यहां रहने वाले सात परिवारों के घरों की तो छतें भी नहीं हैं। जिसको देखते हुए तुरंत ट्रस्ट की तरफ से 100 लोहे की चादरों भेजकर उक्त घरों की मरम्मत करवाकर छत डलवा दी गई है। जिससे आने वाले बरसातों के दिनों में कोई मुश्किल पेश न आए। डॉ. ओबराय ने बताया कि सिकलीकर भाईचारे ने हमारे गुरु साहिबानों की बहुत सेवा की है और वह आज भी पूरे सिखी स्वरूप में रहते हैं। ट्रस्ट की तरफ से इस भाईचारे को कभी भी किसी चीज़ की कमी नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने बताया इस माह भी ट्रस्ट की तरफ से फिर सभी परिवारों के लिए सूखा राशन भेजा जा रहा है और यह सारी सेवा निरंतर जारी रहेगी।