साल का पहला तिमाही टारगेट पूरा करने में फेल रहे सुपरडैंट
फेल हुए चैकों के भी नहीं हो रही पूरी रिकवरी
अमृतसर, 15 जुलाई (राजिंदर धानिक)- नगर निगम प प्रॉपर्टी टैकस के अधिकारी की तरफ से उच्च आधिकारियों के आदेशो की सरेआम धज्जियाँ उड़ाई जा रही हैं। पिछले रहे कमिशनर कोमल मित्तल की तरफ से प्रापरटी टैकस का सालाना टारगेट पूरा करने के लिए महानगर के पाँच हलकों में तैनात सुपरीडैंट आधिकारियों को साल के 4 तिमाही टारगेट दिए गए थे। जिससे सालाना टारगेट को पूरा किया जाये। परन्तु शहर के पाँच हलकों में तैनात 11 सुपरडैंट पहले तिमाही टारगेट पूरा करने में फेल साबित हुए हैं। 1अप्रैल 2021 से 30 जून 2021 तक पाँच हलकों में से 4करोड़ 85 लाख टैकस की रिकवरी करने के लिए टारगेट दिया गया था। इसमें से करीब 2करोड़ 10 लाख रुपए इकठ्ठा किये जा सके हैं।
पहले कमिशनर कोमल मित्तल ने बैठक के दौरान हलका नॉर्थ के सुपरडैंट प्रदीप राजपूत और दविन्दर बब्बर को 3करोड़ रुपए का टारगेट दिया था। जिसमें से सिर्फ़ 71 लाख रुपए टैकस इकट्ठा किया गया। इसी तरह हलका ईस्ट में से सुपरडैंट जसविन्दर सिंह और धरमिन्दर सिंह ने 40 लाख में से 37 लाख,हलका सैंट्रल में से सुपरडैंट अशवनी सहगल और लवलीन शर्मा ने 75 लाख में से 40 लाख,हलका साउथ से सुपरडैंट सुनील भाटिया और पुशपिन्दर सिंह ने 20 लाख में से 19 लाख,हलका वेस्ट में से सुपरडैंट गुरप्रीत भाटिया ने 50 लाख में से 18 लाख रुपए इकठ्ठा किये। इस के इलावा मुख्य सड़क जी.टी रोड और बटाला रोड से करीब ढाई लाख रुपए टैकस की रिकवरी की गई है। इनमें से हलका ईस्ट और साउथ को छोड़ कर बाकी तीन हलकों के अधिकारी और कर्मचारी टारगेट आसपास भी नहीं जा सके। शायद इन ख़ामियाँ के चलते ही कमिशनर कोमल मितल की तरफ से अपनी ट्रांसफर के आखिरी दिन ज़्यादातर सुपरडैंटों की दूसरे विभागों में दूसरों विभागों में बदलें कर दीं थीं। साल के पहले तिमाही टारगेट को पूरा करने में प्रापरटी टैकस विभाग के अधिकारी कामयाब नहीं हो सके।
अब देखने योग्य होगा कि कैसे नये आए कमिशनर मलविन्दर सिंह जग्गी, अडीशनल कमिशनर प्रापरटी टैकस विभाग के उच्च अधिकारी सन्दीप रिसी जुलाई,अगस्त और सितम्बर के दूसरे तिमाही टारगेट को पूरा करवाने में ख़ास रणनीति तैयार करते हैं। हलका नॉर्थ में दलजीत सिंह,हलका साउथ में दविन्दर बब्बर,हलका सैंट्रल में जसविन्दर सिंह,हलका ईस्ट में सुनील भाटिया,हलका वेस्ट में पुशपिन्दर सिंह करीब साढ़े 15 करोड़ के टारगेट को किस तरीके के साथ पूरा करके मेयर, कमिशनर,अडीशनल कमिशनर और सरकार की उम्मीदों पर खरा उतरते हैं। इसके साथ साथ पहली टारगेट को पूरा न करने वाले आधिकारियों की मेयर करमजीत सिंह रिंटू, कमिशनर मलविन्दर सिंह जग्गी की तरफ से जवाब न मांगा गया तो अगले 3 तिमाही के टारगेट पूरा करने में तैनात अधिकारी और कर्मचारी रिकवरी टारगेट को पूरा करन में पूरे जोश में नज़र नहीं आऐंगे।
फेल हुए चैकों की भी नहीं हुई रिकवरी
नगर निगम कमिशनर की तरफ से चैकों से रिकवरी न करने के अदेशो के बाद भी सुपरडैंट की तरफ से रिकवरी की गई। रिकवरी के लिए गए करीब 48 चैकों में से भी सवा सात लाख के चैक फेल हो गए। जिस को ले कर पहले कमिशनर कोमल मित्तल की तरफ से सख्ती के साथ आदेश जारी करते कहा गया था कि अगर की 30 जून 2021 तक फैल रहे चैकों की रकम न लाई गई तो चैक लाने वाले सम्बन्धित सुपरडैंटों की तनख़्वाह में से पैसे काट लिए जाएंगे। परन्तु हैरानी की बात है कि यहाँ भी कमिशनर के आदेशों की धज्जियाँ उड़ाई गई। जानकारी मुताबिक अभी भी 6लाख 6हज़ार के 30 फेल रहे चैकों की रिकवरी निगम के खातो में नहीं आ सकी है। इन में से दविन्दर सिंह बब्बर के 180697 के 5चैक,अशवनी सहगल के 1141 रुपए का 1चैक, धरमिन्दरजीत सिंह के 22440 के 4चैक, जसविन्दर सिंह के 19009 का 1चैक,लवलीन शर्मा के 121560 के 4चैक,प्रदीप राजपूत के 15109 का 1चैक,सतपाल के 111888 के 9चैक,सुनील भाटिया के 125572 के 2चैकों की रिकवरी निगम के खातो में नहीं आई है।