श्री अकाल तख्त साहिब जाने से रोकने के लिए सिखों को किया गया नजरबंद: हरपाल सिंह खालिस्तानी

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अमृतसर 7 जून (पवित्र जोत) : घल्लु कारा दिवस पर पुलिस अधिकारियों की निगरानी में की गई नाकेबंदी दौरान श्री अकाल तख्त साहिब पहुंचने वाले लोगों को दूसरे राज्यों के शहरों में से ना आने के लिए पूरा जाल बिछाया गया था । वही बहुत सारे गरम ख्याली सिखों को भी घरों में ही नजरबंद कर दिया गया था ताकि जत्थेबंदियों के नेताओं का बड़ा इकट्ठा ना हो सके। क्योंकि सरकार जिला और पुलिस प्रशासन को भी इस बात का डर था कि सिख जत्थे बंदियों और हिंदू संगठनों के आमने सामने आने के उपरांत कोई घटना ना हो जाए।
जत्था 6 जून भिंडरावाला के मुख्य सेवादार भाई हरपाल सिंह खालिस्तानी को भी उनके गृह निवास मजीठा रोड में ही नजरबंद कर लिया गया। हरपाल सिंह खालिस्तानी ने बताया कि श्री दरबार साहिब पर मौके की हुकूमत द्वारा किए गए हमले को 37 साल बीत जाने के बावजूद भी अनेक सिख परिवारों को इंसाफ नहीं मिल सका है।  सरकारी तंत्र आज भी सिख जत्थे बंदियों के नेताओं व वर्करों को तंग परेशान करने से गुरेज नहीं कर रहे हैं। 5 तारीख की रात को पंजाब पुलिस द्वारा घर के अंदर उनको नजर बंद कर दिया । श्री अकाल तख्त साहिब में हो रहे शहीदी समारोह में शामिल होने से रोका गया । आज भी हिंदुस्तान के अंदर सिखों को गुलामी वाली जिंदगी जीने के लिए मजबूर किया जा रहा है ।क्या सिख अपने शहीदों को श्रद्धांजलि भेंट भी नहीं कर सकते ? इससे बड़ी गुलामी और क्या हो सकती है। उन्होंने कांग्रेस सरकार की मारू नीतियों की जमकर निंदा की।  उन्होंने बताया कि परमजीत सिंह अकाली और दिलबाग सिंह को भी उनके घरों में नजरबंद किया गया। 5 जून की रात से लेकर 6 जून की रात तक पुलिस द्वारा सिखों को नजर बंद किया गया।

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