घोटाला पार्टी को फतह किट की तरह वैक्सीन में घपला ना कर पाने का गुस्सा, ढूंढ रहे नए रास्ते
अमृतसर: 17 मई ( राजिंदर धानिक ) : जहां एक और कोरोना काल मे हर समुदाय जनता की सेवा में लगा है, वहीं पंजाब की सत्ता पर काबिज कांग्रेस पार्टी जनता की लाशों पर भी नोट गिन रही है। नरभक्षी बन चुकी कांग्रेस को कोरोना काल में लोगों पर तरस नहीं आया और अपनी राजनीतिक सोच के अनुसार मरीजों को दी जाने वाली कोरोना बचाव किट की खरीद में भारी घपला कर दिया। यह कोरोना किट जनता को मिल भी नही रही। यह बात पंजाब भाजपा की कोरोना हेल्पलाइन ‘सेवा ही संगठन’ के सेवा कार्यों के प्रमुख व प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य अनुज भंडारी ने कही।
अनुज भंडारी ने कहा कि पंजाब में कोरोना मरीजों को दी जाने वाली कोरोना फतेह किट तथा वैक्सीनेशन कैंपों पर कांग्रेस ने कब्जा कर लिया है। यही हाल मरीज के लिए आख़री उम्मीद टोसिलिजुमब टीके का है। यह टीके मंत्री व कांग्रेसी नेता सिर्फ अपने चहेतों को ही देते हैं, चाहे गर्भवती महिलाएं भी मरती रहें। कोरोना बचाव की फतेह किट जिसमें कांग्रेस ने जमकर घपला किया है, यह घोटाला भी उजागर हो गया है। इस किट की खरीद में मंत्रियों के चहेतों की मांग अनुसार ही खरीद टेंडर के नियम बनाये गए हैं। 26 करोड़ की इस खरीद में भारी भरकम घोटाला है। एक सप्लायर ने जहां 837 रूपये का रेट दिया, वहीं उसे 940 रूपये के हिसाब में ऑर्डर दिया गया। वहीं एक सप्लायर ने 1226 रूपये में किट सप्लाई की, उसी को 10 दिन बाद 100 रुपये ज्यादा पर डेढ़ लाख किट का और आर्डर दे दिया गया। कांग्रेस ने दावा किया कि पिछले साल में स्वास्थ्य सेवाओं पर 1000 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। इसकी जांच होनी चाहिए, जिससे पता लगे कि 10 साल से भूखे बैठे कांग्रेसी नरभक्षियों ने इस 1000 करोड़ में से कितने करोड़ का घपला किया। कांग्रेस सरकार को कोरोना की वैक्सीन का रेट तय होने का गुस्सा है, क्योंकि अब यह इसमें हेरा-फेरी नही कर सकेंगें। हालांकि कांग्रेस सरकार ने अब यह कहना शुरू कर दिया कि वह वैक्सीन की खरीद बाहरी कम्पनियों से करेंगें। भंडारी ने कहा कि इस महामारी में कांग्रेस की लाशों पर कमाई को जनता कभी माफ नही करेगी। इन घपलों की जांच के लिए सभी स्तरों पर न्याय की मांग की जाएगी।