अमृतसर 15 मई (पवित्र जोत) : कांग्रेस के पूर्व विदेश राज मंत्री रघुनंदन लाल भाटिया की आज सुबह करोना के कारण मौत हो गई है। वह 100 साल के थे। आर एल भाटिया ने संसद में लंबे समय गुरु नगरी अमृतसर की प्रतिनिधिता की। अपने भाई दुर्गादास भाटिया की मौत के बाद 1972 में उन्होंने पहली बार उपचुनाव लड़ी और जीत हासिल करते हुए अपना सियासत का सफर शुरू किया।
6 साल संसद मेंबर रह चुके भाटिया की जीत का सिलसिला नवजोत सिंह सिद्धू के भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़कर तोड़ा था। भाटिया 23 जून 2004 से 10 जुलाई 2008 तक केरल के राज्यपाल और 10 जुलाई 2008 से 28 जून 2009 तक बिहार के राज्यपाल रहे हैं। इसके अलावा भाटिया पी वी नरसिम्हा की सरकार ने 1992 में विदेश राज्य मंत्री भी रहे। पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रधान के तौर पर उन्होंने 1982 से 1984 तक जिम्मेवारी भी बखूबी निभाई और 1991 में कांग्रेस कमेटी के मुख्य सचिव चुने गए। उन्हें हमेशा साफ सुथरी राजनीति की उदाहरण के रूप मे याद किया जाता रहेगा ।