हकों के लिए लड़ रहे किसानों का करेंगे हर पक्ष से सहयोग: डा. ओबराए

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राशन के बाद ट्रस्ट ने दिल्ली भेजी ऐंबूलैंसें,दवाएँ और माहिर डाक्टरों की टीम

3 हज़ार कंबल,जैकटें और निहंग सिंहों के घोड़ों के राशन का भी किया प्रबंध

मौसम की नज़ाकत को देखते हुए ट्रालियाँ पर भी लगाऐ जा रहे हैं रिफलेक्टर

अमृतसर, 5 दिसंबर (  राजिंदर धानिक   )- नामवर समाज सेवीं और लोग -सहानुभूति रखने वाला डा. ऐस.पी.सिंघ ओबराए का नेतृत्व नीचे सरबत का भला चैरिटेबल ट्रस्ट ने मौजूदा किसान आंदोलन दौरान संघर्ष कर रहे किसानों को हर पक्ष से सहयोग करने का ऐलान करते लंगर के लिए सूखी रसद भेजने के बाद अब बड़ी मात्रा में कंबल,जैकटें,दवाएँ,ऐंबूलैंसें और माहिर डाक्टरों की टीमें के इलावा निहंग सिंहों के घोड़ों के लिए राशन भेजने और ट्रैक्टर -ट्रालियाँ आदि और रिफलेक्टर लाने की सेवा शुरू कर दी है।
इस सम्बन्धित जानकारी सांझी करते ट्रस्ट के संस्थापक डा. ऐस.पी.सिंघ ओबराए ने कहा कि ठंड के इस मौसम में अपने घरों से जा कर दिल्ली की सड़कें पर अपने हकों के लिए लड़ रहे जुझारू किसानों को सरबत का भला चैरिटेबल ट्रस्ट की तरफ से हर संभव मदद दी जायेगी। उन्होंने बताया कि वह ख़ुद और उन की समुच्चयी टीम संघर्षशील किसानों के साथ कंधो के साथ कंधा जोड कर काम करेगी और किसान जत्थेबंदियों के एक ही संदेश पर उन को अपेक्षित सामान वहां पहुँचता किया जायेगा।
डा.ओबराए ने यह भी बताया कि उन की तरफ से पहले पड़ाव के अंतर्गत किसान नेताओं और दूसरे धार्मिक जत्थेबंदियाँ जो मोर्चा लगाई बैठे किसानों के लिए लंगर तैयार कर रही हैं,उन को 20 टन सूखीं रसदों और राशन आदि भेजने के बाद अब ट्रस्ट की तरफ से ठंड के इस मौसम में किसानों की सेहत को ध्यान में रखते हुए बड़ी मात्रा में ज़रूरी दवाएँ,5एंबुलेंस गाड़ीयाँ भी भेजी गई हैं। जिन में से 4 ऐंबूलैंसें को अलग -अलग चारों दिशायों में खडा किया जायेगा और 1एंबुलेंस जो वेंटिलेटर की सुविधा के साथ लैस है,उसे एक विशेष पुआइंट  पर खडा किया जायेगा। उन्होंने बताया कि ट्रस्ट के मैंबर एडवोकेट जोगिन्द्र सिंह जिन्दू की देख -रेख नीचे 18 माहिर डाक्टरों की टीमें भी धरने वाली जगह पर पहुँच कर किसानों की सेवा में जुट्ट गई हैं। इस के इलावा ट्रस्ट की तरफ से 3 हज़ार गर्म कंबल,3 हज़ार जैकटें, स्नान समय बरताव के लिए अलग -अलग साईज़ के 12 हज़ार स्लीपर (चप्पलें) और किसानों को सहयोग दे रहे निहंग सिंह के  घोड़ों के लिए 5 टन ख़ुराक भी भेजी गई है। डा.ओबराए ने यह भी बताया कि धुंध के इस मौसम दौरान किसी भी तरह की असुखद घटना से बचाने के लिए ट्रस्ट की तरफ से दिल्ली जा रहे और वहाँ मौजूद ट्रैक्टर -ट्रालियाँ पर लाने के लिए 1 लाख रिफलेक्टर भी भेजे गए हैं।

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