बादल का समूचा राजसी जीवन राजनैतिक ड्रामों के साथ भरपूर: बुलारिया

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हरसिमरत के बाद बादल ने किया दूसरा राजनैतिक ड्रामा

अमृतसर, 3‌ दसम्बर(राजिंदर धानिक )- विधान सभा हलका अमृतसर दक्षिणी से कांग्रसी विधायक इन्दरबीर सिंह बुलारिया पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल की तरफ से पद्म विभूषण वापिस करने को राजनैतिक स्टंट इकरार देते कहा कि पंजाबियों के साथ हर मसले और दोहरा मापदंड अपनाने वाले बादल परिवार ने अब भी किसानी मुद्दो पर पंजाब के लोगों और किसानों को गुमराह करने सिवा कुछ नहीं किया। कृषि बिलों को पहले किसानों के हक में बताने वाले बादल परिवार का दोहरा किरदार उस समय जग जाहिर हुआ जब हरसिमरत कौर बादल ने एक तरफ़ कैबिनेट में इस बिल की हिमायत की और दूसरे तरफ़ इस्तीफ़ा देने की ड्रामेबाज़ी करके लोगों की हमदर्दी हासिल करने का नाटक रचा। ठीक उसी तरह दूसरा नाटक प्रकाश सिंह बादल की तरफ से पदम विभूषण वापिस करके किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रकाश सिंह बादल का समूचा राजसी जीवन ड्रामों के साथ भरा है ‌।  उन्होंने कहा कि भाजपा और अकाली दल की तरफ से फिक्स मैच खेल रहा है क्योंकि दिल्ली गुरुद्वारा प्रबंधक समिति का प्रधान मनजिन्दर सिंह सिरसा दिल्ली में अभी भी भाजपा की टिकट पर विधायक बना हुआ है। बादल परिवार ने उस से इस्तीफ़ा क्यों नहीं दिलाया। दिल्ली के अकाली पार्षद क्यों अभी तक भाजपा की अपेक्षा अलग नहीं हुए। बुलारिया ने सवाल किया है क्या कारण है कि 5 बार मुख्य मंत्री बनने वाले प्रकाश सिंह बादल पंजाब और किसानों के मसले हल करवाने में असफल रहे। यह मसले बादल को सत्ता से बाहर रहते ही क्यों याद आते हैं। मुख्यमंत्री कार्यकाल दौरान बादल को चण्डीगढ़ पंजाब को देने और पंजाबी बोलते इलाकों, दर्यायी पानियों के मसले हल करवाने का याद क्यों नहीं आया। उन्होंने कहा कि यह मसले बादल ने सिर्फ़ मुख्य मंत्री की कुर्सी हासिल करन के लिए ही रखे और आज भी प्रकाश सिंह बादल किसानों का हमदर्दी होने का नाटक 2022 की मतदान को मुख्य रख कर कर रहा है।  उन्होंने पंजाब के लोगों पर किसानों से अपील की कि वह इस धोखेबाज़ के ड्रामेबाज बादल परिवार से बचें और इनकी गुमराह करने वाली चालों से सुचेत रहे ।

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