पंजाब भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने रेल मंत्री पियूष गोयल से की मुलाकात

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पंजाब में कानून-व्यवस्था बहाल होने पर पंजाब में रेल सेवा फिर से शुरू करने के लिए तैयार: पीयूष गोयल ने भाजपा प्रतिनिधिमंडल को दिया आश्वासन 

 

चंडीगढ़/अमृतसर: 5 नवंबर (पवित्र जोत  ) : पंजाब भाजपा अध्यक्ष अश्विनी शर्मा व राष्ट्रीय भाजपा महासचिव तरुण चुघ के नेतृत्व में 22 सदस्यीय भाजपा के एक विशेष प्रतिनिधिमंडल ने प्रदेश में रेल सेवा बहाल करने के लिए केन्द्रीय रेल मंत्री पियूष गोयल से मुलकात की । केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने भाजपा नेताओं से बातचीत के बाद कहाकि केंद्र पंजाब में रेल सेवाओं को फिर से शुरू करने के लिए तैयार है, यदि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह यह आश्वासन दें कि राज्य में प्रदर्शनकारी किसानों द्वारा रेलवे संपत्ति और रेलवे कर्मचारियों को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया जाएगा । कैप्टन द्वारा जानबूझ कर रेलवे ट्रैक और रेलवे संपत्तियों को आंदोलनकारियों के हवाले करते हुए आन्दोलन की मंजूरी दी गई ।             दोनों नेताओं ने बताया कि केंद्रीय मंत्री भली-भांति इस बात से अवगत हैं कि राज्य में चल रहे त्यौहारी सीज़न में रेलवे-लाइन अवरोधों के कारण प्रदेश की जनता को भारी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। किसानों का आन्दोलन और पंजाब में रेल सेवाओं को फिर से शुरू नहीं करने देना कांग्रेस सरकार व कैप्टन के गेमप्लान का हिस्सा है। पंजाब में तीन दर्जन से अधिक स्थानों पर किसानों ने रेलवे ट्रैक जाम कर रखा है। प्रतिनिधिमंडल ने आंदोलन के कारण राज्य में पनपी निराशाजनक स्थिति से केंद्रीय मंत्री को अवगत कराया, जिसके चलते पंजाब की अर्थ-व्यवस्था, उद्योगों व आम जीवन बाधित हो रहा है। पंजाब राज्य में चल रहे किसान आंदोलन ने, विशेष रूप से रेल संपत्ति को लक्षित करके, पिछले एक महीने से राज्य में यात्री और मालगाड़ी सेवाओं को बुरी तरह प्रभावित किया है। परिणामस्वरूप राज्य अब कोयला, उर्वरक, सीमेंट, पीओएल, कंटेनर और स्टील की भारी कमी का सामना कर रहा है, थर्मल पावर प्लांट और अन्य उद्योगों के कामकाज या तो बंद हो गए हैं या फिर बंद होने की कगार पर हैं ।            प्रतिनिधिमंडल ने केंद्रीय मंत्री को बताया कि एक तरफ पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह राज्य में माल-गाड़ियों को फिर से शुरू करने की मांग कर रहे हैं, दूसरी तरफ मुख्यमंत्री किसानों को आंदोलन करने के लिए उकसा रहे हैं । यह पंजाब में कांग्रेस द्वारा प्रायोजित आंदोलन है, जिसके कारण राज्य में व्यावसायिक गतिविधियों बंद हो चुकी हैं और आम आदमी का आर्थिक तंगी के चलते का जीवन दूभर हो गया है । मुख्यमंत्री प्रदेश में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के अपने संवैधानिक कर्तव्य का निर्वहन में फेल साबित हुए हैं ।             प्रतिनिधिमंडल ने केंद्रीय मंत्री को बताया कि पंजाब सरकार की उदासीनता के कारण राष्ट्रीय सुरक्षा के चलते जम्मू-कश्मीर में तैनात सुरक्षा बलों की आपूर्ति बाधित हो रही है। भाजपा ने अपील की कि कैप्टन अमरिंदर सिंह को रेलवे की रुकावटें दूर करने के लिए तुरंत आश्वासन देने के लिए कहा ताकि माल और यात्री ट्रेनें तत्काल प्रभाव से शुरू की जा सकें ।             भाजपा प्रतिनिधिमंडल में केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी व सोम प्रकाश, भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता आर.पी. सिंह व इकबाल सिंह लालपुरा, भाजपा के पूर्व केंद्रीय मंत्री विजय सांपला, राष्ट्रीय भाजपा उपाध्यक्ष अविनाश राय खन्ना, राष्ट्रीय महासचिव दिनेश कुमार, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व सांसद श्वेत मलिक, बी.एल. रिणवा, मनोरंजन कालिया, प्रो. राजिंदर भंडारी, मदन मोहन मित्तल, मनोरंजन कालिया, प्रदेश महासचिव जीवन गुप्ता व डॉ. सुभाष शर्मा, प्रदेश अध्यक्ष किसान मोर्चा बिक्रम सिंह चीमा, उपाध्यक्ष एस.एस. धनोला व दया सिंह सोढ़ी, आर.एम.एस. छीना, एच.एस. ग्रेवाल, एस.एस. गरेवाल, और एस.एस. शरण व सभी प्रदेश कार्यकारी सदस्य शामिल थे।

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