अमृतसर,22 अक्टूबर (पवित्र जोत) : जिला प्रशासन किसानों को पुआल जलाने से रोकने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है, इसलिए पंजाब के ग्रामीण क्षेत्रों से संबंधित सभी विभागों के नियमित कर्तव्यों को किसानों पर पुआल जलाने से रोकने के लिए लगाया गया है। नेशनल बैंक फॉर एग्रीकल्चर एंड रूरल डेवलपमेंट (NABARD) भी अभियान में शामिल रहा है। नाबार्ड की मदद से तैयार की गई जागरूकता वैन को आज अतिरिक्त ज़िलाधीश विकास रणबीर सिंह मूढल ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।उन्होंने जिले में किसानों से पर्यावरण का ध्यान रखने का आग्रह किया। उन्होंने इस नेक काम के लिए नाबार्ड के समर्थन के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि वे पिछले दो वर्षों से पर्यावरण संरक्षण के मुद्दे पर हमारे साथ काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि यद्यपि किसानों को पुआल के उचित प्रबंधन के लिए तैयार करना एक कठिन कार्य था, लेकिन हम सभी के संयुक्त प्रयासों से ये प्रयास सफल हो रहे थे और इस बार बड़ी संख्या में किसानों ने पराली में आग लगाए बिना अगली फसल बोई। उन्होंने कहा कि हम गेहूं की बुवाई तक इस काम को जारी रखेंगे और इस काम के लिए हर किसान तक पहुंच बनाएंगे।
इस अवसर पर नाबार्ड के जिला विकास अधिकारी जसकीरत सिंह ने कहा कि इस वैन में वीडियो फिल्म के माध्यम से किसानों को खेतों में पराली ले जाने के लाभों के बारे में बताया जाएगा, जो किसानों की मानसिकता को बदल देगा। उन्होंने कहा कि खेत में पराली ले जाने से कोई प्रदूषण नहीं होता है और भूमि की उर्वरता कम नहीं होती है। यह रासायनिक उर्वरकों की लागत को कम करता है। इसके अलावा, फसल कई बीमारियों से सुरक्षित है, क्योंकि हमारे अनुकूल कीड़े जीवित रहते हैं और फसलों को नुकसान पहुंचाने वाले कीटों को खाते हैं। इस अवसर पर एस। गुरशरण सिंह, करनजीत सिंह और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।