गुरू नानक देव अस्पताल की लैबारटरी को चौथी बार मिला उत्तम कवालटी का दर्जा
अमृतसर, 4 अगस्त (पवित्रजोत): पंजाब सरकार की तरफ से कोविड-19 के साथ निपटने के लिए विशेष तौर पर अमृतसर में नोडल अधिकारी लगाए गए। एडिशनल डिप्टी कमिश्नर डा. हिमाशूं अग्रवाल ने बताया कि गुरू नानक देव अस्पताल में कोरोना के संदिग्ध मरीजों की टैस्ट रिपोर्ट में होती देरी को बंद करने के लिए अब सेहत विभाग की सहायता के साथ फ्लू कार्नर में रैपिड टैस्ट भी शुरू किये जा रहे हैं, जिसके साथ मरीज़ को आधे घंटे में रिपोर्ट मिल सकेगी। प्रिंसिपल डा. राजीव देवगन के साथ अस्पताल में की मीटिंग में उन्होने मौजूदा स्थिति पर विचार-चर्चा की और हिदायत की कि गुरू नानक देव अस्पताल में कोई भी मुलाज़िम बिना मास्क से घूमता नज़र न आया तो उस विरुद्ध बनती कानूनी कार्यवाई की जाएगी। मीटिंग दौरान कोविड वार्ड में मरीज़ों की सुविधा के लिए डायलसिस यूनिट भी जल्द शुरू करने का फ़ैसला ले लिया गया है, जिससे किडनी रोग से पीडित होने वाले मरीज़ों को कोई समस्या न आए।
इसी दौरान डा. कंवरदीप सिंह लैबारटरी इंचार्ज ने डा. हिमाशू के साथ ख़ुशी व्यक्त करते बताया कि हमारे लिए बड़े गर्व वाली बात है कि गुरू नानक अस्पताल की लैबारटरी को इंडियन मैडीकल कौंसिल एंड रिसर्च की तरफ से चौथी बार क्वालिटी कंट्रोल में उत्तम दर्जा दिया गया है। उन्होने इसका श्रेय सारी टीम को देते भविष्य में ही इसी तरह सेवाएं देते रहने का अहद लिया।
डा. हिमाशूं ने इसी दौरान अस्पताल में दाख़िल मरीजों की उनके परिजनों के साथ बातचीत करवाने और बतौर ड्यूटी डाक्टर की तरफ से उनके परिजनों के साथ बातचीत करने के लिए टैलीकांफ्रैंस विधि अपनाने की हिदायत की। उन्होने कहा कि इस लिए कोविड वार्ड में एक कमरो में विशेष प्रबंध किये जाएँ, जिससे उनके परिजनों के साथ संबंध रखा जा सके। डा. हिमाशूं ने यह भी हिदायत की कि कोविड-19 के साथ सम्बन्धित अलग-अलग वार्डों और विभागों में पहुंच करें और कोविड संबंधी सावधानियां बरतने का संदेश देने के लिए अस्पताल में सूचक बोर्ड लगाए जाएँ, जिससे मरीजों, उनके परिजनों और आम जनता को सही नेतृत्व मिले।