सेहत विभाग की बात मानोगे तो कोरोना से बचा रहेगा आपका परिवार
अमृतसर, 1 अगस्त (पवित्रजोत): अमृतसर जिले जहाँ कि पंजाब का सब से पहला कोविड-19 का मरीज जांच में मिला था, में कोरोना के साथ जंग जारी है और यह लोगों के साथ ही जीती जानी है। अब तक जिले में 1859 मामलों की शिनाख़्त की जा चुकी है और प्रतिदिन 50 से अधिक मरीज़ सामने आ रहे हैं।
यह जानकारी देते सिवल सर्जन डा. नवदीप सिंह ने बताया कि अलग-अलग अस्पतालों में उपचाराधीन मरीजों में से अब तक 1321 मरीज़ ठीक होकर अपने घरों को जा चुके हैं और केवल 460 कोविड मरीज़ इलाज अधीन हैं। उन्होने कहा कि अमृतसर में अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, अंतर्राष्ट्रीय सरहद और रेलवे जंकशन होने के कारण बाहर से आने वाले लोगों की संख्या ज़्यादा है और मामलों के वृद्धि में यह भी बड़ा कारण है। डा. नवदीप सिंह ने बताया कि चाहे हमारे सरकारी अस्पताल में मरीजों के लिए पुख़्ता प्रबंध हैं, परन्तु फिर भी कई लोग अपनी इच्छा के साथ स्थानीय गुरू रामदास मैडीकल कालेज और निजी अस्पतालों में से भी इलाज करवा रहे हैं।
उन्होने कहा कि कोरोना को हराने वाले मरीज़ों में बड़ी उम्र के लोगों के इलावा गर्भवती औरतें और बच्चे भी शामिल हैं। उन्होने कहा कि बदकिसमती के साथ जिले में 78 लोगों की जान भी कोविड-19 कारण जा चुकी है, इसलिए हमें सभी को इस बीमारी को गंभीरता के साथ लेने की ज़रूरत है। उन्होने कहा कि यह लाइलाज बीमारी से एक ही एक बचाव सेहत विभाग की हिदायतों की पालना है, जिसको लागू करना अपनी ज़िंदगी का हिस्सा बनाओ। उन्होने कहा कि यदि आप मास्क लगाकर घर से बाहर जाते हो, आपसी दूरी 2 मीटर की रखते हो और मुँह, नाक को हाथ लगाने से पहले पानी के साथ अच्छी तरह धो लेते हो तो आपको वायरस नहीं लग सकता। उन्होने कहा कि इन हिदायतों में जरा सी भी कोताही आपको और आपके परिवार को संकट में डाल सकती है।