अश्वनी शर्मा ने जहरीली शराब से जान गवाने वालों के प्रति जताया दुःख, न्यायिक जांच की मांग की
चंडीगढ़, 1 अगस्त: प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अश्वनी शर्मा ने अमृतसर, तरनतारन व बटाला में जहरीली शराब पीकर जान गवाने वालों लोगों की मृत्यु पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। शर्मा ने मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए इस अत्यंत दुखदाई घटना की न्यायिक जांच की मांग की है। शर्मा ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि इस घटना के दौरान गंभीर अवस्था में अस्पताल में दाखिल करवाए गए लोगों का सरकारी खर्च पर ईलाज करवाया जाए। शर्मा ने कहा कि मरने वाले लोग ज्यादातर मजदूर तबके के हैं और लॉक-डाउन के चलते पहले ही आम जनता का जीना दुश्वार है। शर्मा ने कहा कि मृतकों के परिवारों को तुरंत सरकारी आर्थिक मदद दी जाए ताकि उनके परिवारों को दो वक्त की रोटी के लिए दर-दर की ठोकरें न खानी पड़ें।
अश्वनी शर्मा ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पवित्र गुटखा साहिब हाथ में लेकर प्रदेश से चार हफ्तो के भीतर नशा खत्म करने की कसम खाई थी, लेकिन अब चार साल बीतने को आये हैं, नशा खत्म करना तो दूर उल्टा नशा बेचने में कांग्रेसी विधायकों व नेताओ के संलिप्तता सामने आ रही है I शर्मा ने कहा कि एक तरफ कोरोना महामारी से पंजाब की जनता बुरी तरह झूझ रही है, वहीँ कोरोना ने अमृतसर व तरनतारन में कहर बरपा रखा है, रोज़ाना कोरोना संक्रमितों की बेतहाशा बढ़ती संख्या और इससे मरने वालों की बढ़ती संख्या ने लोगों के दिलों में भयानक खौफ पैदा कर रखा है। ऐसे में अमृतसर, तरनतारन व बटाला में जहरीली शराब पीने से पिछले दो दिन में 50 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, लेकिन पंजाब की कांग्रेस सरकार और कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सिर्फ इस मामले में थाना इंचार्ज को बर्खास्त कर अपना फर्ज पूरा करने का ड्रामा किया है।
अश्वनी शर्मा ने कहा कि राजपुरा, खन्ना, बलाचौर में नाजायज शराब का धंधा करने वाली डिसटिलरी पकड़ी गई थी, उस मामले पर पंजाब सरकार ने अपनी साख बचाने के लिए एस.आई.टी. बना कर जांच करवा कर उस मामले को बिना किसी कारवाई के ठन्डे बसते में डाल दिया है। शर्मा ने कहा कि ऐसा इसलिए किया गया है, क्यूंकि इस मामले में कांग्रेस के विधायकों व अन्य नेताओं के नाम सामने आ रहे हैं। शर्मा ने कहा कि कांग्रेस का इतिहास रहा है कि यह अपने दोषी नेताओं को बचाने के लिए हर हथकंडा अपनाती रही है। इसके कई उदहारण जनता को अच्छी तरह याद हैं।
अश्वनी शर्मा ने कहा कि पंजाब में लॉकडाउन के दौरान अवैध शराब की बिक्री पर चल रहे सियासी घमासान के बीच इतने मासूम लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पंजाब की कांग्रेस सरकार व कैप्टन अमरिंदर सिंह की कार्यशैली पर सवालिया निशान खड़ा करता है। शर्मा ने कहा कि प्रदेश की जनता कांग्रेस के कुकृत्य व निर्दयी शासन को पिछले तीन साल से लगातार देखती आ रही है और इसका जवाब देने के लिए तैयार हो चुकी है।