कुछ महत्वपूर्ण नियुक्तियों के विरोध में नवजोत सिद्धू के इस्तीफे से कांग्रेस में मचा बवाल, सिद्धू द्वारा इस पर स्पष्टता दी जानी चाहिए: डॉ. सुभाष शर्मा

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चंडीगढ़/अमृतसर: 29 सितंबर ( राजिंदर धानिक  ): प्रदेश भाजपा महासचिव डॉ. सुभाष शर्मा ने नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे को लेकर कड़ा संज्ञान लेते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी अराजकता चरम तक पहुंच चुकी है और पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू द्वारा किए जा रहे “हाई वोल्टेज ड्रामा” से पूरा राज्य तंग तथा परेशान है, जिन्होंने दागी राजनेताओं, नौकरशाहों और महाधिवक्ता (एडवोकेट जनरल) की नियुक्ति को आधार बना कर कथित तौर पर इस्तीफा दिया है।

                डॉ. सुभाष शर्मा ने नवजोत सिंह सिद्धू को दागी मंत्रियों व नौकरशाहों के नाम सार्वजनिक करने चाहिए। उन्होंने कहाकि सिद्धू का कहना है कि वह अपनी नैतिकता से समझौता नहीं कर सकते, इसलिए लोकतंत्र में जनता को यह जानने का अधिक अधिकार है कि ये लोग कौन हैं और उन्हें क्यों नियुक्त किया गया है?

                डॉ. सुभाष शर्मा ने कहा कि यह अजीब विडंबना है कि नवनियुक्त मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी अपनी कैबिनेट के मंत्रियों के नामों को मंजूरी दिलाने के लिए तीन बार दिल्ली गए और इस बारे में  निश्चित रूप से सब-कुछ कांग्रेस हाईकमान को भी पता था और बहुत विचार-विमर्श के बाद ही इस सूची को मंजूरी दी गई होगी, लेकिन गंभीर रूप से कुछ बहुत गलत हुआ है कि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सिद्धू ने आवेश में इस्तीफा दे दिया है।

                डॉ. शर्मा ने कहा कि वास्तव में पंजाब में कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से हार चुकी है और राज्य में जमीनी हकीकत के साथ तालमेल नहीं बिठा पा रही है। शर्मा ने कहा कि कांग्रेस ने पिछले दस-बारह दिनों में  यह स्पष्ट रूप से प्रदर्शित कर दिया है कि कांग्रेस पार्टी को न तो आम आदमी के मुद्दों से कोई दिलचस्पी है और न ही राज्य को एक स्थिर सरकार देने में। इसके बजाय कांग्रेस ने राज्य में एक भयानक राजनीतिक गड़बड़ पैदा कर दी है।

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