मध्यम वर्गीय परिवारों, महामारी की आर्थिक मार झेल रही जनता पर बोझ बने टैक्सों, बिजली-पानी के बिलों को माफ़ करे सरकार : अश्वनी शर्मा

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कोरोना से त्रस्त पंजाब की जनता को राहत व सुविधाऐ देने के लिए अश्वनी शर्मा ने मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह को लिखा खुला पत्र

कोविड पीड़ित मरीज़ों, छोटे उद्योगपतियों, दुकानदारों, दिहाड़ी मजदूरों आदि के लिए आर्थिक राहत पैकेज के लिए भाजपा ने की पंजाब सरकार से माँग

चंडीगढ़/अमृतसर: 17 मई (  पवित्र जोत) : पंजाब में कोरोना महामारी की दूसरी लहर में जिन्दगी और मौत की लड़ाई लड़ रही जनता को राहत दिए जाने की माँग को लेकर भाजपा द्वारा पंजाब सरकार को एक खुला पत्र लिखा है। पंजाब भाजपा के अध्यक्ष अश्वनी शर्मा ने अमरिंदर सिंह को पत्र में लिखा कि पंजाब की स्वास्थ्य सेवाएं बदतर स्थिति में पहुँच चुकी हैं और इसका खामियाज़ा पंजाब की जनता को भुगतना पड़ रहा है। पंजाब का स्वास्थ्य विभाग पिछले वर्ष की कोरोना महामारी से सबक न लेकर नए व जरूरी कर्मियों की भर्ती नहीं कर सका। उधर पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू हड़ताल पर बैठे स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को नौकरी से निकालने की धमकियाँ देकर वापिस काम पर लौटने को कह रहे हैं। शर्मा ने कहाकि यह कहाँ का लोकतंत्र है, जहाँ किसी को भी आवाज़ उठाने पर धमकी दी जाती है? पंजाब पहले से आर्थिक मंदहाली के दौर से गुजर रहा है और यहाँ पर कोई भी उद्योगपति नया उद्योग लगाने को तैयार नहीं है और जो हैं वो भी पंजाब से पलायन कर रहे हैं। पंजाब सरकार द्वारा प्रदेश के उद्योगपतियों, मध्यम दुकानदारों व जनता को किसी तरह की कोई राहत अभी तक नहीं दी गई है।

                अश्वनी शर्मा ने कहाकि इस महामारी के बीच जिन्दगी और मौत की लड़ाई लड़ रही जनता से सबंधित, प्रदेश की अख़बारों में रोज़ाना हृदय विदारक दृश्यों सहित खबरें छप रही हैं, कि कहीं मृतक का शव बेड पर पड़ा है और मरीज़ जमीन पर ईलाज के लिए तड़प रहा है, कहीं शवों को ले जाने के लिए एम्बुलेंस तक की सुविधा नहीं मिल रही और पीड़ित अपने परिजनों के शवों को कंधे पर उठा कर ले जा रहे हैं। ऐसी हृदय विदारक मुसीबतों से जनता को रोज़ाना रु-ब-रु होना पड़ रहा है।

अश्वनी शर्मा ने कहाकि प्रदेश की जनता को रोज़ाना दरपेश आ रही गंभीर समस्याओं को ध्यान में रख कर, पंजाब के पड़ोसी राज्यों हरियाणा, हिमाचल, जम्मू-कश्मीर, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड आदि की सरकारों द्वारा अपने राज्य की जनता को दी जा रही आर्थिक सहायता व अन्य सुविधाओं की तर्ज पर, पंजाब की जनता को भी सुविधाएं देने की माँग की है। शर्मा ने कहाकि हरियाणा सरकार द्वारा कोरोना संक्रमित गरीबी रेखा से नीचे वाले होम आइसोलेट लोगों को पांच हजार रुपये की मदद दी जा रही है और यह एकमुश्त राशि चिकित्सा सहायता के रूप में सीधे मरीजों के बैंक खाते में भेजी जा रही है। उधर योगी सरकार द्वारा भी ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में आर्थिक रूप से कमज़ोर, निराश्रित परिवारों को आकस्मिकता की स्थिति में बीमारी की दशा में सहायता हेतु, मुत्यु होने पर दाह-संस्कार के लिए 5000 रुपये दिए जा रहे हैं। इसके अतिरिक्त कोविड मरीज जो गरीबी रेखा से नीचे हैं व आयुष्मान भारत योजना के तहत सुविधा प्राप्त नहीं कर रहे हैं, उनको भी राज्य सरकार द्वारा कोविड उपचार अधिकृत निजी अस्पतालों में ईलाज के लिए 35,000 रुपये प्रति मरीज सब्सिडी दी जा रही है। जम्मू-कश्मीर में जहाँ कोविड मरीज़ों का उपचार फ्री किया जा रहा है, वहीँ इस बीमारी से मरने वाले लोगों के परिवारों के लिए पेशन योजना शुरू की गई है। ऐसी ही सुविधाएँ देश के अन्य कई राज्यों की सरकारों द्वारा भी उपलब्ध करवाई जा रही हैं। राज्यों में हुई तालाबंदी के चलते वहां की राज्यों सरकारों द्वारा अपने-अपने प्रदेश की जनता की जरूरतों को ध्यान में रख कर यह फैसले लिए गए हैं, ताकि किसी की आर्थिक दशा ना बिगड़े और किसी को भुखमरी का सामना ना करना पड़े।

                अश्वनी शर्मा ने प्रदेश की मौजूदा स्थिति को देखते हुए कोरोना प्रभावित जनता को सुविधाएँ व राहत दिए जाने के लिए माँग करते हुए कहाकि पंजाब की गठजोड़ सरकार ने कैंसर पीड़ित रोगियों के डेढ़ लाख रूपये तक के ईलाज के लिए सरकारी सहायता का प्रावधान रखा था, उसी तर्ज पर पंजाब सरकार हर एक कोविड मरीज को, जो गरीब है तथा अस्पताल में ईलाज करवा रहा है, 1,50,000 रूपये तक की आर्थिक सहायता प्रदान करे। जो मरीज़ घर पर ही ईलाज हेतु एकांतवास में हैं, उन्हें 10,000 की वित्तीय सहायता पंजाब सरकार द्वारा दी जाए। पंजाब सरकार के पास जो भी मज़दूर रजिस्टर्ड हैं, उन्हें दो महीने तक 5,000 रुपए प्रति माह के हिसाब से राहत राशि दी जाए। पंजाब सरकार द्वारा सभी मरीजो को हर प्रकार की कोविड दवाईयां मुफ़्त में उपलब्ध करवाई जाएं। पंजाब सरकार लॉकडाउन के कारण नुक्सान झेल रहे मध्यमवर्गीय दुकानदारों के कोरोना काल तक के बिजली के बिल माफ करे। कोविड के चलते उद्योगपतियों को उत्पादन कम होने की वजह से हुए नुकसान को कम करने के लिए पंजाब सरकार उनके भी कोरोना काल के बिजली बिलों में राहत दे। पंजाब भाजपा माँग करती है कि केंद्र सरकार द्वारा पंजाब की जरुरतमंद जनता के लिए पिछले वर्ष की भांति भेजा गया राशन तुरंत बाँटने का प्रबंध करे। पंजाब सरकार कोरोना की मार झेल रही आम जनता के भी कोविड काल के बिजली बिल माफ़ कर उन्हें राहत प्रदान करे। पंजाब भाजपा प्रदेश के निवासी हलवाई, नाई, मोची, इलेक्ट्रिशियन, प्लम्बर, दुकानों पर काम करने वाले प्राइवेट कामगार, ब्यूटी पार्लर पर काम करने वाली महिलाओं, भट्ठा मजदूर, दर्जी, रिक्शा चालक, ऑटो चालक, दिहाड़ीदार मज़दूर, रेहड़ी-फड़ी वाले, ठेला चलाने वाले, फैक्ट्रियों में काम करने वाली लेबर आदि जिनको लॉकडाउन के चलते काम नहीं मिल पा रहा है, को भी 5,000 रूपये प्रति माह देने की पंजाब सरकार से माँग करती है। पंजाब के स्वास्थ्य सुविधाओं के ढाँचे के आधुनिकीकरण करने हेतु तीनों मेडिकल कॉलेज व जिला अस्पतालों को एक बड़ा बजट देकर वेंटिलेटर चलाने, डायलासिज करने तथा अन्य कर्मियों की भर्ती किए जाने की माँग करती है।

अश्वनी शर्मा ने कहाकि भाजपा ने हमेशा पंजाब की जनता के हित्तों की आवाज़ उठाई है और हम आशा करते हैं कि आप इन मांगों व समस्याओं को गंभीरता से लेकर खुद हस्तक्षेप कर पहल के आधार पर इनका समाधान करवायेंगें, ताकि पंजाब सरकार द्वारा कोविड से त्रस्त पंजाब की जनता को शीघ्र कुछ राहत मिल सके और केंद्र सरकार द्वारा भेजी गई कोविड की सुविधाओं का पूरा लाभ जनता तक निष्पक्ष रूप से पहुंच सके।

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