भाजपा ऐसी पार्टी, जिसने आपातकाल में MESA का सामना किया, लेकिन कांग्रेस के सामने नहीं झुकी : शर्मा

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शर्मा ने दी चेतवानी: कांग्रेस किसी भ्रम में न रहे, वो हमारी व जनता के असंतोष की आवाज को जबरन दबा नहीं सकती

 

भाजपा ने मुख्यमंत्री से एक विधायक की गरिमा की रक्षा करने में विफल रहने पर राज्यपाल से तुरंत कैप्टन को बर्खास्त करने की उठाई मांग

चंडीगढ़/अमृतसर: 28 मार्च (  पवित्र जोत) :  भाजपा विधायक अरुण नारंग पर हुए कातिलाना हमले को लेकर तथा मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह को राज्य के नागरिकों की सुरक्षा में विफल रहने को लेकर भाजपा के एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अश्विनी शर्मा के नेतृत्व में पंजाब के राज्यपाल वी.पी. सिंह बदनौर से मुलाकात की। शिष्टमंडल ने सारे घटनाक्रम सहित पंजाब के चिंताजनक हालातों की विस्तृत जानकारी राज्यपाल को दी। उन्हें अपना माँग-पत्र सौंप कर इस सारी घटना को ध्यान में रख कर मुख्यमंत्री से तुरंत त्यागपत्र लेने की मांग की तथा इस घटनाक्रम के विरुद्ध सख्त एक्शन लेने की मांग की। इस शिष्टमंडल ने राज्यपाल से मुलाकात करने के बाद मुख्यमंत्री आवास के बाहर कपड़े उतार कर प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदेश महामंत्री जीवन गुप्ता को पुलिस ने हिरासत में ले लिया, लेकिन भाजपा अध्यक्ष अश्वनी शर्मा द्वारा कड़े विरोध के बावजूद स्थिति को देखते हुए उन्हें कुछ देर बाद छोड़ दिया गया। इस अवसर पर उनके साथ केन्द्रीय मंत्री सोम प्रकाश, राज्यसभा सांसद व पूर्व प्रदेश अध्यक्ष श्वेत मलिक, राष्ट्रीय प्रवक्ता इक़बाल सिंह लालपुरा, विधायक दिनेश कुमार बब्बू, पूर्व मंत्री मदन मोहन मित्तल, तीक्षण सूद, प्रदेश भाजपा महामंत्री जीवन गुप्ता, प्रदेश प्रवक्ता अनिल सरीन, राजेश बागा, जनार्दन शर्मा, सुशील शर्मा आदि भी उपस्थित थे।</span;>

अश्वनी शर्मा ने संवाददाता सम्मेलन को अपने संबोधन में कहाकि पंजाब के राजनीतिक इतिहास में कभी भी ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण घटना नहीं हुई है। यह घटिया राजनीति है और कोई भी इंसान या विपक्ष इसकी निंदा किए बिना नहीं रहेगा। कांग्रेस पार्टी इस गोरखधंधे के लिए जिम्मेदार है और भाजपा पर हमला करते हुए किसानों की आड़ में घटिया राजनीति कर रही है। मुख्यमंत्री अमरिंदर प्रदेश में कानून-व्यवस्था व सत्ता सम्भालने में पूरी तरह फेल हो चुके हैं व प्रदेश में अराजकता के माहौल बन चुका है। भाजपा विधायक नारंग पर हुए जानलेवा हमले ने पंजाब में कानून-व्यवस्था की नाकामी को उजागर कर दिया है। उन्होंने इस पूरे मामले पर मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह को जिम्मेदार ठहराया और कहाकि यह राज्य के लिए अति चिंताजनक है। क्यूंकि अगर कैप्टन अपने निर्वाचित विधायक को सुरक्षा नहीं दे सकते तो प्रदेश में आम लोगों का क्या हाल होगा? इसका अंदाज़ा आप खुद लगा सकता हैं! शर्मा ने पंजाब में कानून व्यवस्था बनाए रखने में अमरिंदर सिंह की विफलता के लिए मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के इस्तीफे की मांग की।                     अश्वनी शर्मा ने कहाकि भाजपा एक ऐसी पार्टी है, जिसने आपातकाल में MESA का सामना किया, लेकिन कांग्रेस के सामने नहीं झुकी। आंतकवाद के दौर में कई गंभीर चुनौतियों का सामना किया। उन्होंने कांग्रेस को चेतवानी देते हुए कहाकि कांग्रेस किसी भ्रम में न रहे, वो हमारी व जनता के असंतोष की आवाज को जबरन दबा नहीं सकती है। भाजपा कार्यकर्ताओं को ऐसे घिनौनी घटनाओं से डराया नहीं जा सकता। जो देश व समाज विरोधी ताकतें हिंदू-सिखों के बीच शांति, सद्भाव और भाईचारे के माहौल को नष्ट करना चाहती हैं, उन्हें पराजित होना पड़ेगा। हम पंजाबी हैं और भाजपा यह सुनिश्चित करने के लिए कार्य करेगी कि प्रदेश में धर्महीनता कभी न पनपे। भाजपा शांति और समृद्धि चाहती है। हम कांग्रेस पार्टी के नापाक मंसूबों को सफल नहीं होने देंगे।

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