प्रदेशिक व रीजनल पार्टियो की सक्रियता लोकल मुद्दों व भावनाओ को रखने उठाने व हल करने का अच्छा तरीका: चुघ

0
38
तरुण चुघ।

अमृतसर, 12 जून (पवित्रजोत): विश्व मे बड़े-बड़े उद्योगिक कंपनियों के स्टाफ को प्रबंधन कौशल व राजनैतिक कार्यकर्ताओं को संगठन कौशल व राजनैतिक प्रबंधन के सर्टीफिकेट कोर्स करने वाली मुम्बई की मैनेजमेंट शिक्षण संस्थान रामभाऊ म्हालगी प्रबोधिनी द्वारा आयोजित “Foundation course in Party politics in India” ऑनलाइन पाठ्यक्रम में “क्षेत्रीय राजनैतिक दलों” के विकास के बारे में सभी 11 प्रदेश व 3 विदेशों से जुड़े 52 प्रतिभागियों को वेब सैमीनार से संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय, क्षेत्रीय व प्रदेशिक राजनैतिक दलों का बहुत बड़ा योगदान लोकतंत्र को मजबूत करने में है।
चुघ ने कहा कि क्षेत्रीय दल अपने क्षेत्र के विकास उसकी समस्याओं के खिलाफ जुझारू तरीके से लड़ते हैं उनके शांतिमय जन आंदोलनो से लोकतंत्र की भावना को बल मिलता है। चुघ ने कहा कि हमारा देश एक संघीय ढांचे से चलता है जहाँ भारत एक राष्ट्र की प्रबल कल्पना के अंदर मजबूत प्रदेशिक सरकारे है दोनो अपने अपने तरीके से राष्ट्र की सेवा व लोकतंत्र को मजबूत करने में काम करते हैं। राष्ट्रीय व प्रदेशिक पार्टिया दोनों देश के संघीय ढांचे को मजबूत करने में लगती है।
चुघ ने सैमीनार को संबोधित करते हुए कहा कि भारत मे केंद्रीय व प्रदेशिक सरकारों के काम ओर कार्यक्षेत्र का जिम्मेवारियों व कर्त्तव्य का विभाजन संविधान में स्पष्ट दिया हुआ है। प्रदेश में संविधान का रक्षक गवर्नर व केन्द्र में राज्यों की सीधी आवाज राज्यसभा है और उनका सन्तुलन हमारी कार्यपद्धति की विशेषता है। प्रदेशक व रीजनल पार्टियो की सक्रियता लोकल मुद्दों व लोकल भावनाओ को रखने उठाने व हल करने का अच्छा तरीका है जिससे राष्ट्रीय भावना को मजबूती व बल मिलता है।
इस वेबीनार मे छात्रों ने जिज्ञासा निवारण हेतु कई प्रश्न भी पूछे। कार्यक्रम में प्रबोधनी की इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ डेमोक्रेटिक लीडरशिप के कोर्स डायरेक्टर एवं प्रबोधिनी दिल्ली के अस्सिटेंट मैनेजर आशुतोष मिश्रा द्वारा किया गया।

NO COMMENTS

LEAVE A REPLY