पुलिस-प्रशासन में सेवा निभाते डॉक्टर कर रहे हैं “मिशन फतेह” का नेतृत्व

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    विभिन्न पदों पर 11 डाक्टर लड़ रहे हैं कोविड विरुद्ध जंग

    अमृतसर, 12 जून (आकाशमीत): कोविड-19 महामारी के साथ निपटने के लिए जहाँ सेहत विभाग के डाक्टर सीधे तौर पर काम कर रहे हैं, वहीं पुलिस और प्रशासन में बैठे बहुत से अधिकारी भी डाक्टरी शिक्षा में से होने के कारण इस मुहिम जोकि बड़ी महामारी से “मिशन फतेह” की तरफ बढ़ रही है का नेतृत्व कर रहे हैं, जोकि जिले के लिए ख़ुशी और राहत वाली बात है। बताने योग्य है कि डिप्टी कमिश्नर शिवदुलार सिंह ढिल्लों की अध्यक्षता में जिले के जो अधिकारी कोविड-19 महामारी के खात्मे के लिए दिन-रात लगे हुए हैं, उनमें भी डाक्टरी शिक्षा वाले 11 अधिकारी शामिल हैं, जिनकी बदौलत मुहिम को सही दिशा मिल रही है और आशा है कि जल्द ही अमृतसर कोविड के संकट से मुक्त होगा।
    अमृतसर के पुलिस कमिश्नर डॉ. सुखचैन सिंह गिल जोकि पुलिस का नेतृत्व इस मुहिम में कर रहे हैं, अमृतसर मैडीकल कालेज के ग्रैजुएट हैं। इसी तरह अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर जनरल हिमाशूं अग्रवाल जो कि डिप्टी कमिश्नर के साथ हर जगह मुहिम में सीधे तौर पर शामिल होते हैं, भी एम.बी.बी.एस. हैं। अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर पलवी चौधरी भी बी.डी.एस. करने के बाद आई.ए.एस. करके अमृतसर तैनात हुए हैं। वर्णनयोग्य है कि बी.डी.एस डाक्टरों की टीम कोविड के टैस्ट के लिए नमूने लेने के लिए मुख्य तौर पर काम कर रहे हैं।
    अमृतसर कमिश्नरेट पुलिस के ए.डी.सी.पी. हैडक्वाटर सिमरत कौर, जो कि आई.पी.एस. अधिकारी हैं, भी डाक्टरी क्षेत्र में से आए हैं। अमृतसर तहसील दो के एस.डी.एम. शिवराज सिंह बल फ़ौज में से सेवा मुक्त डाक्टर हैं। उन्होने एम.बी.बी.एस की पढ़ाई फौज में रह कर की और वहीं डाक्टर के तौर पर कई स्थानों पर सेवा निभा कर सेवा मुक्त हुए हैं। एस.डी.एम. बाबा बकाला साहिब मेजर सुमित मुद्ध भी फ़ौज में डाक्टर के तौर पर सेवाएं निभा कर मेजर के तौर पर सेवा मुक्त होकर अब कोविड जंग में डटे हुए हैं। एस.डी.एम. अजनाला दीपक भाटिया भी डाक्टरी की पढ़ाई करके सेवा में आए हैं और अब सरहदी क्षेत्र में मिशन फतेह के लिए दिन-रात एक करके काम में डटे हैं। डिप्टी डायरेक्टर स्थानीय निकाय रजत ओबराए, जिन्होने पहले सभी जिले को सैनेटाईज़ करवाया और फिर प्रवासी मज़दूरों की सुरक्षित वापसी के लिए बतौर नोडल अधिकारी काम किया, वह भी डाक्टरी फील्ड से हैं।
    हाल ही में सहायक कमिशनर के तौर पर जिले में आए हरनूर ढिल्लों भी डाक्टरी शिक्षा करने के बाद में पी.सी.एस. करके जिले में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इसी तरह पुलिस में ए.सी.पी नार्कोटिक की सेवा निभा रहे रीचा अग्निहोत्री भी डाक्टर हैं और आज कल अपनी मुख्य ड्यूटी के साथ-साथ कोविड विरुद्ध भी सेवाओं दे रहे हैं। रिपु तपन सिंह संधू, जोकि ए.सी.पी हैडक्वाटर हैं, वह भी डाक्टरी की पढ़ाई करके पी.सी.एस. करने के बाद पुलिस में आए हैं।

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