अमृतसर, 29 जून (पवित्रजोत): सिवल सर्जन डा. नवदीप सिंह के दिशा निर्देशों अनुसार सोमवार को मैंटल अस्पताल में नशा मुक्त पंजाब सबंधी एक वर्कशाप करवाई गई। इस मौके पर संबोधित करते डिप्टी मैडीकल कमिश्नर डा. सुमित सिंह ने कहा कि नशा हमारे समाज की तरक्की में बहुत बड़ी रुकावट है। नशा एक कोहड़ है जोकि हमारे समाज को अंदर ही अंदर एक घुन की तरह खाई जा रहा है। इसलिए समूचे समाज का कर्त्वय है कि नशा मुक्ति मुहिम में तह दिल से शामिल हो जिससे कि नरोए समाज की सृजना की जा सके। इसके इलावा नशा कई तरह का हैं जैसे कि अफ़ीम, भुक्की, चरस, स्मैक, भांग और शराब इत्यादि। इस के इलावा कई लोग नशीली दवाओं जैसे कैप्सूल, गोलियां और इनजैक्शन के रूप में भी लेते हैं। यह सभी नशे जहाँ मनुष्य की सेहत को तो ख़राब करते हैं बल्कि वहीं उसे शारीरिक और मानसिक तौर पर भी नुक्सान पहुँचाते हैं और उसे समाज में रहने के योग्य भी नहीं रहने देते। उन्होंने कहा नशे करने वालों के लिए कोसलिंग और इलाज के मुख्य उद्देश्य, नशा करने वालों को नशा छोड़ने के बाद फिर ज़िंदगी में वापिस लेकर आना और समाज में पुर्नवास के प्रयास करने हैं। उन्होने उपस्थित लोगों से अपील की कि जो मनुष्य नशे करता है उसे सरकारी नशा छड़ाओ केंद्र में दाखिल करवाया जाये और इलाज के बाद उसके पुर्नवास के लिए उसे सरकारी रीहैबलीटेशन सैंटर में ज़रूर दाख़िल करवाया जाए। इस अवसर पर डा. चरनीत कौर, डा. सत्यार्थ और अस्पताल का समूह स्टाफ मौजूद था।