अमृतसर 8 अक्तूबर (राजिंदर धानिक) : पंजाब राज फार्मेसी अफ़सर एसोसिएशन का एक शिष्टमंडल जिसमें भ्रातृ जत्थेबंदियाँ हैल्थ इंस्पेक्टर एसोसिएशन और ऐम.ऐल.टी एसोसिएशन के नेता भी शामिल थे। बाबा शमशेर सिंह कौहरी के नेतृत्व में खोज और मैडीकल शिक्षा मंत्री डा. राज कुमार वेरका को मिल कर माँग पत्र पेश करते पिछले समय में विभाग में फ़ाल्तू करार दे कर ख़त्म की गई अलग -अलग पद को दोबारा बहाल करने की माँग की। वफद में शामिल नेताओं जिन में बाबा मलकियत सिंह भट्टी, अशोक शर्मा, गुरदेव सिंह ढिल्लों, जगतबीर सिंह ढिल्लों, आदि शामिल थे ने बताया कि पिछले समय में फार्मेसी अफसरों के इलावा सैनेटरी इंस्पेक्टर ए.ऐन.ऐम, ऐल.ऐच.वी, नर्सिंग सिस्टर, स्टाफ नर्सिस की काफ़ी असामियाँ को फ़ाल्तू करार देकर मुलाजिमों को दूर जिलों में खराब होने के लिए मजबूर किया गया जिसके नतीजे के तौर पर वह सभी ही मुलाज़ीम बहुत ही परेशानी के दौर में से गुज़र रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुछ वर्गों के अस्तित्व को ही ख़त्म कर दिया गया है । उन्होंने माँग की कि मंत्री निजी दख़ल देकर महकमे की पुरानी स्थिति बहाल करके मुलाजिमों को इंसाफ दिलाएंगे कैबिनेट मंत्री ने भरोसा दिलाया कि वह इस पर विचार करेंगे और संगठन के साथ चण्डीगढ़ में एक मीटिंग करके सारा पक्ष जानेंगे। संगठन ने सेहत विभागों के दोनों विंग में काम कर रही अलग -अलग कैटागरियो जिनमें फार्मेसी अफ़सर भी शामिल हैं की एक सीन्यारता सूची रखने की माँग भी की जिससे इस में काम करने वाले मुलाजिमों की सीन्यारता पर कोई फर्क न पड़े। इस समय अन्यों के इलावा जसमेल सिंह बल, निर्मल सिंह मजीठा, सुखदेव सिंह भूलर, बलदेव सिंह झंडेर, हरविन्दर सिंह बल, हरकमल सिंह सैनी भी उपस्थित थे।