दरगाहा के पतित प्रमुख को गुरू साहिबानों के अंश से बताना गुरदास मान की बुद्धि और दीवालीएपण की निशानी: ढोट,सेखों

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अपनी हरकतों से बाज आए अशलील गायक
अमृतसर 23 अमृतसर (राजिंदर धानिक): पंजाबी के एक अशलील गायक और लचार किस्म के इंसान गुरदास मान की तरफ से नकोदर स्थित एक दरगाहा के प्रमुख को गुरू साहबानों की वंश में से बताना इस गायक की बुद्धि और दीवालीएपण की निशानी है। श्री गुरू अमरदास जी की गुरू नानक नाम लेवा संगतो को गहरी चोट पहुंची है। इन विचारों का प्रगटावा सिख स्टूडैंट फैडरेशन मेहता के प्रधान भाई अमरबीर सिंह ढोट और सचिव जनरल भाई लखबीर सिंह सेखों ने एक सांझे बयान के द्वारा किया।
फैडरेशन नेताओं ने आगे कहा कि इस अशलील गायक ने झूठी दुनिया की शहुरत हासिल करने के लिए समय समय पर ऐसीं हरकतों को अंजाम दिया है। पंजाबी बोली और पंजाबियत के द्वारा दुनियाबी मशहूर कमाने वाले गायक ने पिछले समय दौरान अपनी मातृभाषा के ख़िलाफ़ अकृतघन होने का सबूत दिया था। किसी साज़िश के अंतर्गत ऐसा प्रचार करके ऐसे लोग भोले -भाले लोगों को अपने धार्मिक विरसे से भटकाना चाहते हैं। फैडरेशन नेता ने समुच्चय सिख पंथ से अपील की कि वह ऐसे विचारों के गुंमराहकुन्न प्रचार से सुचेत रहें और किसी भ्रम में न पड़े। आखिर में फैडरेशन मेहता के नेताओं ने गुरदास मान को अपनी नीच हरकतों से बाज आने की नसीहत की और साथ ही सिंह साहिब जत्थेदार श्री अकाल तख़्त साहिब से अपील की कि इस घटना को सूक्ष्मता के साथ विचार करें और उपरोक्त गायक विरुद्ध कार्यवाही करें।
इस मौके सचिव जनरल भाई लखबीर सिंह सेखो, जगजीत सिंह खालसा, बलविन्दर सिंह राजोके राष्ट्रीय उप प्रधान गुरमुख सिंह मोहन भंडारी, जगप्रीत सिंह मन्नी आदि फैडरेशन नेता उपस्थित थे।

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