मुख्यमंत्री ने इस मुद्दे पर चण्डीगढ़ में बुलायी अधिकारियों की मीटिंग – मेयर
ढाब में पड़ते गंदे पानी को किया जायेगा मुकम्मल रूप में बंद -डिप्टी कमिशनर
अमृतसर 18 अगस्त ( पवित्र जोत )-लोक सभा मेंबर गुरजीत सिंह औजला और मेयर करमजीत सिंह रिंटू की तरफ से शहर में हो रहे कामों की समीक्षा और करवाए जाने वाले कामों की तजवीज़ बनाने के लिए आज डिप्टी कमिश्नर गुरप्रीत सिंह खेहरा और कमिशनर कारपोरेशन मलविन्दर सिंह जग्गी के साथ विस्तारित मीटिंग की। इस मीटिंग में जहाँ शहर में हो रहे कामों की गुणवता और समय सीमा बारे विचार -चर्चा की गई, वहां तुंग ढाब में पड़ते प्रदूषित पानी की रोकथाम के लिए भी विचारों की गई। इस मौके औजला ने बताया कि बीते दिनों शहर के दौरे पर आए मुख्यमंत्री पंजाब कैप्टन अमरिन्दर सिंह को तुंग ढाब में पड़ते गंदे पानी के स्थायी हल के लिए विनती की गई थी और तरुंत ही इस बाबत प्रिंसिपल सचिव सुरेश कुमार के साथ बातचीत करके इस मुद्दो का हल करने की हिदायत की थी। उन्होंने कहा कि सिंचाई विभाग के नेतृत्व में इस ड्रेन, जो कि अब गंदे के साथ में बदल चुकी है, को दोबारा सुरजीत किया जायेगा। उन्होंने बताया कि यह विचार की जा रही है कि इसमें से गंदे पानी की निकासी बंद करके इस को केवल साफ़ पानी वाली ड्रेन में बदला जाये। इसके इलावा इस की पटड़ी को सैरगाह के तौर पर विकसित किया जाये।
इस मौके मेयर करमजीत सिंह रिंटू ने कहा कि अमृतसर के बाहरवार चल रही इस ड्रेना में इस समय पर तेज़ाबी पानी बह रहा है, जो कि कई बीमारियों का कारण बन रहा है। उन्होंने कहा कि गंदे पानी कारण हमारी आने वाली पीढ़ीयों में बड़ी सेहत समस्याएँ पैदा हो रही हैं जिस को हल करने के लिए ऐसे स्रोतों को ठीक करना ज़रूरी है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री की हिदायत पर प्रिंसिपल सचिव सुरेश कुमार ने इस बाबत चण्डीगढ़ मीटिंग बुला ली है और हम इस लिए उचित बदल का प्रस्ताव बना रहे हैं, जो कि देर स्थायी हो। इस मौके डिप्टी कमिशनर गुरप्रीत सिंह खेहरा ने उक्त मुद्दे को गंभीरता के साथ लेने पर ज़ोर देते कहा कि हमारे कुदरती स्रोतों के साथ छेड़छाड़ नहीं होनी चाहिए और ड्रेन में पड़ते गंदे और तज़ाबी पानी को सख्ती के साथ रोका जाये। उन ड्रेन के किनारों और पटड़ी को पक्का करने का सुझाव भी दिया।