शिक्षा विभाग की दाख़िला मुहिम ने दिखाया रंग

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– 1790 विद्यार्थियों ने निजी स्कूलों को तिलांजलि देते सरकारी स्कूलों के साथ जोड़ा नाता
अमृतसर, 11 अप्रैल (राजिंदर धानिक)-शिक्षा विभाग पंजाब की तरफ से चलाई जा रही दाख़िला मुहिम कारण सरकारी स्कूल की तरफ से निजी स्कूलों को सेंध लगनी शुरू कर दी है और इस मुहिम के सार्थक नतीजे सामने आने शुरू हो गए हैं। ज़िला अमृतसर की बात करें तो यहाँ माँ बाप की तरफ से निजी स्कूलों को छोड़ सरकारी स्कूलों की तरफ जाया जा रहे हैं। जिसका प्रत्यक्ष प्रमाण ज़िलो के अलग अलग सरकारी स्कूलों में बड़ी संख्या में हो रहे दाख़िलों से मिलता है।
शिक्षा मंत्री पंजाब विजय इंद्र सिंगला और सचिव स्कूल शिक्षा पंजाब कृष्ण कुमार के नेतृत्व में जहाँ राज्य के सरकारी स्कूलों को समय का साथी बनाते प्राथमिक सहूलतों के साथ लैस करते स्मार्ट स्कूलों में तबदील किया गया है वहां ही सरकारी स्कूलों की जमातों को हाईटेक बनाते डिजिटल तकनीक के साथ विद्यार्थियों को शिक्षा दी जा रही है। इसके साथ साथ पंजाब सरकार और शिक्षा विभाग की तरफ से सरकारी स्कूलों को दी जा रही सुविधाएं और विद्यार्थी हित में चलाईं जा रही अलग अलग स्कीमों से प्रभावित माँ बाप की सरकारी स्कूलों प्रति भरोसे योग्यता ओर बढ़ी है। जिले अंदर चल रही दाख़िला मुहिम सम्बन्धित जानकारी देते सतिन्दरबीर सिंह ज़िला शिक्षा अफ़सर (सै.सि) अमृतसर ने सांझे तौर पर बताया कि बीते दिन तक जिले के अंदर 1790 विद्यार्थियों की तरफ से निजी स्कूलों से किनारा करते सरकारी स्कूलों में दाख़िला लिया गया है। सरकारी सीनियर सेकंडरी स्कूल माहना सिंह रोड प्रिंसिपल जोगिन्द्र कौर शिंगारी ने बताया कि उन के स्कूल में नये सैशन के लिए निजी स्कूलों से हट कर 29 से अधिक विद्यार्थी दाख़िला ले चुके हैं जबकि बहुत सी विद्यार्थियों की तरफ से आनलाइन रजिश्ट्रेशन करवाई गई है। मनमीत कौर प्रिंसिपल सरकारी सीनियर सेकंडरी स्कूल छेहरटा ने बताया कि उनके स्कूल में नये सैशन के लिए दाख़िला लेने के लिए अब तक 391 विद्यार्थियों की तरफ से रजिश्ट्रेशन करवाई गई है जिन में से 100 से ज़्यादा विद्यार्थियों की तरफ से निजी स्कूलों के भ्रमजाल से बाहर निकल कर विभाग के स्कूलों प्रति विश्वास प्रकटाया है। उन्होंने विश्वास प्रकटाया कि यह संख्या ओर बढ़ सकती है क्योंकि उन के स्कूल अध्यापक के पास के इलाकों के हरेक बच्चे तक पहुँच कर रहे हैं। इस सम्बन्धित बातचीत करते सरकारी कन्या सीनियर सेकंडरी स्कूल माल रोड में अपनी बेटी कोमल का दाख़िला करवाने पहुँचे अनिल वांसल ने कहा कि सरकारी स्कूलों की दिख, सीखने सिखाने के लिए डिजिटल तकनीक का प्रयोग, विद्यार्थियों को मिलती सहूलतें और उच्च योग्यता प्राप्त अध्यापकों कारण आज सरकारी स्कूल निजी स्कूलों से कहीं आगे जा चुके हैं।इस समय उन्होंने निजी स्कूल को पछाड़ चुके सरकारी स्कूलों में अपने बच्चों को दाख़िल करवाने की माँ बाप से अपील की।

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