मांगों को लेकर संघर्ष तेज करने की रणनीति की जा रही है तैयार
अमृतसर 6 अप्रैल (राजिंदर धानिक) : नगर निगम के मेयर कर्मजीत सिंह रिंटू और कमिश्नर कोमल मित्तल को अलग-अलग यूनियनों के कर्मचारियों द्वारा दिए मांग पत्र का पक्का हल नहीं किया जा रहा है जिसको लेकर यूनियन नेताओं ने अपनी फरियाद कैप्टन अमरिंदर सिंह के दरबार तक जाने का फैसला कर लिया है। गुरु नगरी के विधायक के सहयोग के साथ नगर निगम के कर्मचारियों की लटकती मांगों को पूरा करने के लिए अपनी आवाज चंडीगढ़ तक बुलंद की जाएगी यूनियन नेताओं की बात करें तो उनके मुताबिक गुरु नगरी को खूबसूरत बनाने और शहरवासियों की सुख सुविधाओं को लेकर मुलाजिम वर्ग कोई कसर नहीं छोड़ रहा है लेकिन दूसरी तरफ मेयर द्वारा कर्मचारियों की मांगों को लगातार नजरअंदाज किया जा रहा है ऐसे ही चलता रहा तो निगम कर्मचारी आने वाले चुनावों में अपने तरीके के साथ कर्मचारी मारू नीतियों वाले नेताओं को शक्ति के साथ जवाब देंगे।
नगर निगम के कर्मचारियों की मांगों को लेकर संजीदगी के साथ विचार ना करने और मांगों को पूरा न करने के कारण मेयर और कर्मचारियों में आपसी तालमेल की कमी नजर आ रही है जिसको लेकर आगे आने वाले समय में विवाद बढ़ने के आसार बन रहे हैं मेयर कर्मचारियों के दिलों में अपनी खास पहचान बनाने में सफल नहीं हो रहे हैं जिसको लेकर पिछले दिनों वर्कशॉप में मांगों को लेकर की गई हड़ताल दौरान मेयर मुर्दाबाद व विधायक जिंदाबाद के नारे भी लगे थे। देखने योग्य बात यह है कि जिन मांगों को लेकर हड़ताल शुरू की गई या विधायक इंद्रबीर सिंह बुलारिया के प्रयासों से हड़ताल खत्म की गई वह मांगे आज भी उसी तरह बरकरार है । प्राप्त जानकारी मुताबिक अगर मांगों को हल करने जा करवाने के प्रयास था किए गए तो कर्मचारी जहां मुख्यमंत्री के दरबार का दरवाजा खटखटा एंगे वही संघर्ष तेज करने की रणनीति भी तैयार करेंगे। सफाई और सीवरेज कर्मचारियों के साथ हो रही धक्के शाही के इंसाफ को लेकर समाज के नेताओं के साथ और कमिश्नर के खिलाफ मोर्चा लगाने की तैयारियां की जा रही है ।