अमृतसर, 26 नवंबर ( राजिंदर धानिक )-जिले के करीब 2,12000 घरों में मार्च 2022 तक पीने के लिए साफ़ सुथरा पानी पहुंचाने के लक्ष्य तह करते डिप्टी कमिश्नर गुरप्रीत सिंह खेहरा ने विभाग के जल स्पलाई और सेनिटेशन विभाग के आधिकारियों को हिदायत की कि वह यह काम एक अधिकारी या नौकरशाह के तौर पर नहीं, बल्कि मिशनरी बनकर करें, ताकि जिससे काम में गुणवत्ता के पक्ष से कोई कमी न रहे। जल जीवन मिशन के अंतर्गत होने वाले इन कामों की रूप -रेखा बनाते खेहरा ने कहा कि पीने के लिए पानी देना सब से उत्तम काम है और आप खुशकिस्मत हो कर सरकार ने आपके कंधों पर इस नेक काम की ज़िम्मेदारी डाली है। उन्होंने कहा कि चाहे भारत सरकार की की तरफ़ से हमें 2025 तक का समय दिया गया है, परन्तु हम यह काम 2022 तक हर हाल पूरा करना है, जिससे हमारे जिले के लोगों को साफ़ पानी के लिए लम्बा समय इंतज़ार न करना पड़े। खेहरा ने बताया कि इस काम पर करीब 73 करोड़ रुपए का ख़र्च आना है, जिसमें से 11.25 करोड़ रुपए 15 वें वित कमीशन की तरफ से और बाकी रकम जल स्पलाई विभाग की तरफ से ख़र्च की जानी है। उन्होंने बताया कि इस काम के लिए पानी की टैंकियों, गहरे बोर और नहरी स्त्रोतों की मदद के लिए जायेगी।
इसी दौरान स्वच्छ भारत मिशन के अगले पड़ाव में होने वाले काम जिनमें हरेक गाँव में जनतक शौचालय बनाऐ जाने हैं, के बारे आधिकारियों के साथ बातचीत करते खेक्र ने कहा कि ख़ुशी की बात है कि हमारा जिला 28 मार्च 2018 को ओ. डी. ऐफ. ऐलान किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि इस के साथ हरेक घर में तो शौचालय बन गए हैं, परन्तु जनतक स्थानों पर यह काम नहीं किया गया। उन्होंने बताया कि पहले दौर में जिले के 32 गाँवों में पायलट प्रोगराम के तौर पर यह काम किया जाये। इस मौके अतिरिक्त डिप्टी कमिशनर रणबीर सिंह मूधल ने विभाग के आधिकारियों की तरफ से भरोसा दिया कि वह यह काम निश्चित समय में करना यकीनी बनाऐंगे। उन्होंने सभी आधिकारियों को काम के लिए सभ्य जुगतबंदी करने की हिदायत की। इस मौके अन्य के इलावा ऐकसीनअन चरनदीप सिंह, डी डी पी ओ गुरप्रीत सिंह गिल और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।