इन्वेस्टर सम्मेलन को लेकर भाजपा ने साधा मुख्यमंत्री चन्नी पर निशाना
अमृतसर / चंडीगढ़: 27 अक्तूबर ( पवित्र जोत ) : पंजाब सरकार द्वारा प्रदेश के खाली हो चुके खज़ाने को भरने व डूबती नईया को पार लगाने तथा चरमराई कानून-व्यवस्था के दौरान देश-विदेश के बड़े उद्योगपतियों को सीएम प्रगतिशील पंजाब निवेश सम्मेलन (इन्वेस्टर सम्मेलन) के नाम पर बेवकूफ बनाने का ड्रामा किया जा रहा है। पंजाब के टैक्स देने वाली जनता के करोड़ों रूपये इस सम्मेलन में पंजाब सरकार द्वारा फूंके जा रहे हैं। इस सम्मेलन को लेकर अख़बारों व टी.वी. चैनलों पर इश्तहार दिए जा रहे हैं। यह बहुत भद्दा मज़ाक और मुर्खता है। यह कहना है कि भारतीय जनता पार्टी, पंजाब के प्रदेश महासचिव डॉ. सुभाष शर्मा का।
डॉ. सुभाष शर्मा ने कहा कि पंजाब में जिस प्रकार का माहौल बनाया जा चुका है ऐसे में कोई भी उद्योगपति यहाँ पर अपना उद्योग लगाने के लिए राज़ी नहीं होगा। पिछले साढ़े चार वर्षों में हजारों उद्योग पंजाब से पलायन कर चुके हैं। पिछले कुछ महीनों में पंजाब की बदतर कानून-व्यवस्था व पंजाब में निवेश कर चुके उद्योगिक घरानों को मजबूर कर उन्हें यहाँ से अपने उद्योग बंद कर पंजाब से पलायन करने पर मजबूर किया गया तथा पंजाब सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी रही उसे देख कर कोई भी यहाँ पर अपना उद्योग लगाने को तैयार नहीं होगा। पंजाब में सबसे महंगी बिजली होने के कारण भी यहाँ कोई उद्योगपति नया उद्योग नहीं लगाएगा।
डॉ. सुभाष शर्मा ने कहा कि पंजाब के बड़े उद्योगपतियों के शिष्टमंडल ने उत्तर-प्रदेश में जाकर मुख्यमंत्री योगी से मिल कर वहां पर अपने उद्योग स्थापित करने के लिए जमीनों की मांग की है। इतना ही नहीं कई उद्योगपति अन्य राज्यों में भी इस सिलसिले में जा चुके हैं। इससे साफ़ जाहिर है कि पंजाब के मौजूदा हालात क्या है? शर्मा ने कहा कि ऐसे में इन्वेस्टर सम्मेलन कर के नए निवेशकों को इन्वेस्ट करने के लिए कहना पंजाब सरकार की सबसे बड़ी मुर्खता है। शर्मा ने मुख्यमंत्री चन्नी को नसीहत देते हुए कहा कि पंजाब में इन्वेस्टर सम्मेलन में करोड़ों रूपये फूंकने की बजाय पंजाब की मौजूदा इंडस्ट्री के लिए इको सिस्टम बनाएं, सस्ती बिजली देने, कानून-व्यवस्था ठीक करने, कांग्रेस सरकार में चरम पर पहुँच चुके भ्रष्टाचार को खत्म करने तथा माफिया राज को खत्म करने की बात कही। ताकि नए उद्योगपतियों का पंजाब में इन्वेस्ट करने का भरोसा बन सके।