अमृतसर 27 अक्टूबर ( राजिंदर धानिक ): आवेदन और अपॉइंटमेंट ऑनलाइन होने के बावजूद अमृतसर के पास पोर्ट कार्यालय की सीढ़ियों पर, वाहनों, दीवारों के साथ बैठे आवेदक अपनी बारी आने का इंतजार करके हारे थके बिना काम हुए नए एतराज का फरमान सुन दुखी होकर वापिस जाते हैं ।
एक तो पहले ही देश का विद्यार्थी वर्ग लाखों रुपए शिक्षा पर खर्च कर नोकरी ना मिलने के कारण विदेशों में जाने को मजबूर है दूसरा पास पोर्ट कार्यालय के कर्मचारियों द्वारा तानाशाह रवैये से बहुत दुखी होते है। अगर एक दिन में 20 आवेदकों को मिलने का समय दिया जाता है तो भीड़ 100 व्यक्तियों की क्यों है इस सम्बन्ध में मानव अधिकार वेलफेयर सोसाइटी के सुरिन्दर बिंद्रा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं विदेश मंत्री को फोटो और शिकायत पत्र भेज इस सम्बन्ध में जांच करवाने की माँग की कि जांच की जाए कि 2020-2021, 2021-2022 दौरान कितने आवेदकों ने आवेदन दिया कितने आवेदकों के पास पोर्ट जारी किए गए, कितने आवेदकों को एतराज लगाकर दफ्तर के चक्कर लगाने के लिए मजबूर किया गया और इसके लिए जिम्मेवार अधिकारीयों के खिलाफ सख्त करवाई की जाए।