अमृतसर 4 जुलाई (पवित्र जोत) : भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री तरुण चुघ ने एक प्रेस बयान में कहा कि बार-बार मुंह की खाने के बावजूद राफेल पर कांग्रेस व राहुल गांधी के दुष्प्रचार पर जमकर प्रहार करते हुए कहा कि राफेल मुद्दे पर कांग्रेस पार्टी का बयान “चाँद पर थूकने के समान है”।
चुघ ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने फ़्रांस में एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के बाद शुरू हुई प्राथमिक जांच पर सवाल उठाते हुए राफेल डील पर एक बार पुनः प्रश्नचिह्न लगाए है जो कि झूठ का पुलंदा है।
चुघ ने राहुल गांधी को ” डिस्जनी प्रिंस” बताते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी झूठ तथा भ्रम की पर्यायवाची बन चुकी है और राहुल गाँधी तो झूठ की फैक्ट्री पहले से ही बने हुए हैं। राहुल गाँधी और कांग्रेस ने फिर से राफेल को लेकर झूठ बोला है और जनता के बीच भ्रम फैलाने की असफल कोशिश पुनः कर रही है। जहां तक जांच की बात है तो भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने अपना निर्णय पहले ही सुना दिया है और सीएजी ने भी राफेल को लेकर अपनी रिपोर्ट को जनता के बीच रखा है।
चुघ ने कहा कि हिंदुस्तान की जनता ने सुप्रीम कोर्ट के निर्णय और सीएजी की रिपोर्ट, दोनों को देखा है। राहुल गाँधी को राफेल मामले में गलतबयानी के लिए सुप्रीम कोर्ट से कड़ी फटकार लग चुकी है और उन्हें सर्वोच्च न्यायालय से माफी भी मांगनी पड़ी थी।
चुघ ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि राहुल गांधी किसी विमान निर्माता कंपनी के एजेंट बनकर राफेल मुद्दे पर भ्रामक प्रचार कर रहे है। चुग ने कहा राफेल डील हिंदुस्तान के इतिहास का सबसे बड़ा डिफेंस डील है। जिसमें गाँधी परिवार समेत कांग्रेस पार्टी को दलाली खाने का मौक़ा नहीं मिल पाया।
चुघ ने कहा कि राफेल डील को लेकर कांग्रेस और राहुल गाँधी ने बार-बार झूठ बोला है और राफेल की कीमत को लेकर बार-बार अपना बयान बदला है। जबकि सच्चाई यह है कि सोनिया गाँधी – मनमोहन सिंह की कांग्रेस सरकार ने राफेल डील फाइनल करने में देरी की और देश की सुरक्षा हितों के साथ खिलवाड़ किया। कांग्रेस की यूपीए सरकार 10 वर्षों में भी इस डील को कर नहीं पाई। जनता जानती है कि राहुल गांधी ने फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति ओलांद के हवाले से भी झूठ बोला। राहुल के इन आरोपों को फ्रांस सरकार ने खारिज कर दिया था और इस पर फ्रांस सरकार ने आधिकारिक बयान भी जारी किया था।
चुघ ने कहा कि राहुल गांधी (DISNEY -PRINCE ) डिज्नी प्रिंस की तरह गैर जिम्मेदाराना व्यवहार ने हमेशा यह भ्रम भी फैलाने, देश को अपमानित करने की कोशिश की है। चुग ने कहा कि भारत के सुप्रीम कोर्ट ने कांग्रेस का लबादा ओढ़ कर राफेल डील से संबंधित सभी याचिकाओं को खारिज कर दिया था और स्पष्ट कहा था कि इस डील में सरकार ने कुछ भी गलत नहीं किया।
चुघ ने बताया कि राफेल पर मनगढ़ंत आरोप लगाने के दौरान ही राहुल गांधी ने यह भी कहा कि मोदी सरकार ने सैन्य खरीद के नियमों और प्रक्रियाओं का उल्लंघन किया। इस डील पर सुनवाई के वक्त सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि वे इस बात से सहमत हैं कि इस प्रक्रिया पर वास्तव में संदेह करने का कोई कारण नहीं है। कोर्ट ने कहा कि डील में पूरी पारदर्शिता और ईमानदारी बरती गई है।