चंडीगढ़/अमृतसर: 10 नवम्बर ( पवित्र जोत ) : पंजाब कांग्रेस की कैप्टन सरकार द्वारा सी.बी.आई. को प्रदेश के मामलों की जांच के लिए पंजाब सरकार द्वारा सी.बी.आई. को दी गई सहमति को वापस लेने पर भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग ने आड़े हाथों लेते हुए कहाकि इसका सीधा मतलब यह है कि कैप्टन पंजाब में माफिया को खुलेआम कार्य तथा गुंडागर्दी का नंगा नाच करने की आजादी दे रहे हैं। तरुण चुग ने कहाकि कैप्टन द्वारा ऐसा करना स्पष्ट रूप से माफिया को ऐसा करने के लिए कोई उकसाना है। उन्होंने कहाकि ऐसा लगता है कि अमरिंदर सिंह सरकार इस बात डर गई है कि राज्य में काम कर रहे विभिन्न माफिया गिरोह, कांग्रेस नेताओं के संरक्षण में हैं और सीबीआई जांच के दौरान यह सभी कांग्रेसी पकडे जा सकते हैं। प्रदेश की जनता जानती है कि पंजाब में रेत खनन, ड्रग पैडलिंग और अवैध शराब वितरण में बड़ी संख्या में माफिया गिरोह सक्रिय हैं और पंजाब सरकार उनके दबाव में काम कर रही है। पूरा राज्य एक माफिया राज्य में बदल चुका है और पुलिस आँखे मूँद कर बैठी है। चुग ने कहाकि ऐसा लगता है कि कांग्रेस सरकार ने सीबीआई पर दरवाजे बंद करके अपने भागने का रास्ता बना लिया है। तरुण चुग ने कहाकि लुधियाना में 200 किलोग्राम हेरोइन की जब्ती के साथ ड्रग रैकेट का खुलासा हुआ है। यह एक ऐसा संकेत है कि पंजाब में कई ऐसे गिरोह युवाओं के बीच नशा फ़ैलाने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति घोटाला में लाखों गरीब अनुसूचित जाति के छात्रों को धोखा दिया गया है, जिसने पंजाब को शर्मसार किया है। केंद्र इस मामले को गंभीरता से देख रहा है क्योंकि यह 303 करोड़ रुपये का केंद्रीय अनुदान है जिसे गबन कर लिया गया है। अमरिंदर सिंह सरकार को निश्चित रूप से यह आशंका है कि सीबीआई जांच करने पर कैबिनेट मंत्री साधु सिंह धर्मसोत और एक अन्य कांग्रेस विधायक जो इसमें शामिल हैं का पर्दाफाश हो जायेगा। उन्होंने कहाकि पिछले हफ्ते कैप्टन ने पंजाब में लाखों एससी छात्रों की मदद करने के लिए इस मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की थी। इसी तरह, खनन माफिया भी कांग्रेस नेताओं के संरक्षण में काम कर रहे हैं, जिनकी सीबीआई द्वारा जांच की जाने जरूरत है। चुग ने कहा कि इससे जाहिर होता है कि मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह चाहते हैं कि राज्य में माफिया राज कायम रहे, इसीलिए सीबीआई को प्रदेश में जांच की सहमति वापस ले ली गई है।