किसानों का शांतमयी आंदोलन संवैधानिक हक, जिसको रोकना केंद्र का तानाशाही फरमान
चंडीगढ़/अमृतसर, नवंबर 25 (राजिंदर धानिक) :
हरियाणा सरकार की तरफ से किसानों के 26 -27 नवंबर के दिल्ली चलो आंदोलन का रास्ता रोकने पर शिरोमणि अकाली दल (डेमोक्रेटिक) के प्रधान सुखदेव सिंह ढींडसा ने सख़्त शबदों में निषिद्धता की है। उन्होंने एक बयान जारी करके कहा कि हरियाणा पुलिस की तरफ से पंजाब -हरियाणा सरहद को सील करने के साथ यह सपष्ट हो गया कि हरियाणा की भाजपा सरकार केंद्र सरकार के तानाशाही इशारों पर किसानों के शांतमयी आंदोलन को रोकनो की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि हरियाणा पुलिस ने ज़मीनी स्तर पर जुड़े किसान नेताओं को गिरफ़्तार कर लिया है। इस आंदोलन में किसनों का साथ देने के लिए ख़ुद श् शिरोमणि अकाली दल (डेमोक्रेटिक) के सीनियर नेता, पंजाब के पूर्व वित्त मंत्री और लहरा से विधायक परमिन्दर सिंह ढींडसा अपने ओर साथियों के साथ आंदोलन का हिस्सा बन रहे हैं।
उन्होंने कहा कि किसानों का आंदोलन संवैधानिक रूप के साथ चल रहा है। ऐसे में हरियाणा सरकार की तरफ से अपनी सरहदों को सील करना दुखदाई है। उन्होंने कहा कि किसनों का यह आंदोलन पिछले कुछ महीनों से बिल्कुल शांतमयी ढंग के साथ चल रहा है। ऐसे में केंद्र सरकार का यह फ़र्ज़ बनता है कि वह किसानों की बात सुने और उनकी की माँगों को पूरा करें। उन्होंने अपनी पार्टी के वर्करों को किसान आंदोलन में बढ़ -चढ़ कर हिस्सा लेने की अपील की है।