बच्चे परमात्मा का कीमती तोहफ़ा : चेयरमैन पिंटो

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अमृतसर 12 नवंबर (अरविन्दर वड़ैच): रायन संस्था के चेयरमैन डाक्टर आगस्टीन एफ पिंटो ने बाल दिवस के मौके पर विद्यार्थियों के लिए संदेश भेजा और कहा कि जीवन एक सीखने की प्रक्रिया है इस सभी चक्कर में सब से महत्वपूर्ण पड़ाव बचपन का होता है। मानव के जीवन में महत्ता को दिखाने के लिए हर साल बाल दिवस मनाया जाता है । भारत में हर साल 14 नवंबर को यह दिन पंडित जवाहर लाल नहरू जी के जन्म दिन के मौके पर मनाया जाता है। संपूर्ण शिक्षा प्रक्रिया में माता पिता, अध्यापक सभी मिल कर बच्चे के अंदर छिपे खजाने को खोलने और बच्चों को उनकी योग्यता का एहसास करवाएं जिससे वह समाज में ऊँचा स्थान प्राप्त कर सकते हैं। बच्चे परमात्मा का कीमती तोहफ़ा हैं।अब भारत जिसको सब से अधिक नौजवान जनसंख्या का मान प्राप्त है उसे शिक्षा के बहुत पुरातन आधुनिक शिक्षा प्रणाली में सुधार लाने की बहुत ज़रूरत है क्योंकि इस के साथ 260 मिलियन विद्यार्थी जुड़े हुए हैं। इसलिए इस नौजवान दिमाग़ को एक निर्माण योग्य, संयुक्त और भावनात्मिक रूप से स्वस्थ नागरिक के रूप में ढालना बहुत ज़रूरी है जो कि मुश्किल कम है। इस लिए ज़रूरी है कि हम अपने बच्चों को अधिक से अधिक समय दें। इस समय को अपने बच्चों को मोबायल टीवी कंप्यूटर देकर नहीं पूरा कर सकते।

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