अमृतसर, 3 अगस्त (राजिन्द्र धानिक): पंजाब सरकार द्वारा प्रदेश की इंडस्ट्री पर शाम 6 बजे से लेकर रात्रि 10 बजे तक पीक लोड चार्जिज़ के नाम पर प्रति यूनिट 2 रुपए महँगी की बिजली के फ़ैसले को तुरंत वापिस लेने की माँग करते आम आदमी पार्टी पंजाब ने इसको तुग़लकी फ़रमान कहा है। पार्टी के व्यापार विंग के माझा जोन के प्रधान मनीश अग्रवाल ने कहा कि कोरोना महामारी कारण पहले ही अनेकों चुनौतियों का सामना कर रहे उद्योगों बारे कांग्रेस की सरकार इतनी निर्दयी क्यों हो गई है। नेता ने कहा कि कैप्टन ऐसे फरमान जारी करके पंजाब में से इंडस्ट्री का नामों निशान मिटाना चाहती है, क्योंकि कैप्टन सरकार ने अपने चुनाव मैनीफैस्टो में इंडस्ट्री को 5 रुपए प्रति यूनिट बिजली देने का वायदा किया था परंतु यह वायदे पूरा न करके कैप्टन सरकार इंडस्ट्री से 9 से 10 रुपए प्रति यूनिट बिजली ले रही थी और जो हाल ही फ़रमान जारी किया है इस मुताबिक इंडस्ट्री को करीब 11 से 12 रुपए प्रति यूनिट बिजली पड़ेगी। अनिल ठाकुर ने कहा कि कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने एक लेख लिखा था जिसमें उन्होंने कहा कि मैं अपने चुनाव मैनीफैस्टों में जितने भी वायदे किये थे वह पूरे कर दिए हैं, यह सरासर झूठ है। उन्होंने कहा कि कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने एक ही एक वायदा पंजाब की इंडस्ट्री के साथ किया था कि इंडस्ट्री को 5 रुपए प्रति यूनिट फिक्सड प्रभार की सुविधा दी जाएगी, परंतु अफ़सोस कैप्टन सरकार के साढ़े 3 साल बीत जाने के बावजूद भी इंडस्टरियों को 5 रुपए प्रति यूनिट तो क्या देना था उन पर ओर बोझ बढ़ाते हुए 9 से 10 रुपए प्रति यूनिट बिजली दी जा रही है जिस कारण आज हालात ऐसे बन गए हैं कि पंजाब में से इंडस्टरियां दूसरे राज्यों में जाकर अपना कारोबार शुरू कर रही हैं। आप नेता ने कहा कि कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कोरोना महामारी दौरान इंडस्ट्री वर्ग के साथ वायदा किया कि 300 करोड़ रुपए का एक रिलीफ पैकेज, जिसमें एम.एस. (माध्यमिक स्केल और लार्ज स्केल) के जो भी फिक्सड खर्च किए थे उनको माफ कर दिया जाएगा, परंतु जिस तरह कि कैप्टन अमरिन्दर सिंह अपनी आदत से मजबूर हैं वह इस वायदे से भी पलट गए और 300 करोड़ रुपए का बोझ पंजाब की इंडस्ट्री पर पड़ गया है। उन्होंने कहा कि यहाँ ही बस नहीं होता कैप्टन सरकार ने 20 हज़ार रुपए का फायर सैस नाम का एक ओर टैकस इंडस्ट्री पर लगा दिया है जो इंडस्ट्री को हर साल देना पड़ेगा। कैप्टन अमरिन्दर सिंह इंडस्ट्री विरोधी फ़ैसले को लेकर इंडस्ट्री वर्ग को बरबादी के रास्ते की ओर लेकर जा रहे हैं, जो पंजाब के लिए बहुत घातक सिद्ध हो सकती है। इंडस्ट्री और व्यापार विंग के प्रधान और उप प्रधान नीना मित्तल और अनिल ठाकुर ने सांझे तौर पर चेतावनी दी कि यदि सरकार ने यह तुग़लकी फ़रमान वापस न लिया तो ‘आप’ प्रदेश स्तरीय रोष प्रदर्शन करेगी।