संयुक्त किसान मोर्चो के साथ टकराव से बचे अकाली दल – फैड्डरेशन (मेहता

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किसान,कामगार और पूंजीपतियों में चल रहे संघर्ष में हर पंजाबी डाले अपना योगदान – ढोट. सेखों
अमृतसर 4 सितंबर (राजिंदर धानिक ) पंजाब में 2022 की विधान सभा चुनाव के मद्देनज़र हाल ही में शिरोमणी अकाली दल बादल की तरफ से चलाई गई मुहिम “बात पंजाब की ’ के अंतर्गत पंजाब के अलग अलग शहरों कस्बों और गाँवों में रैलियाँ करके आम जनता के पास अपनी पहुँच करने की कोशिश की जा रही है जिस दौरान पिछले दिनों मोगा में अकाली दल के प्रधान और किसान जत्थेबंदियों में खींच तान हो गई।इस घटनाक्रम और अपना प्रतीकर्म प्रकट करते सिख स्टूडैंट्स फेडरेशन (मेहता) के राष्ट्रीय प्रधान अमरबीर सिंह ढोट सचिव जनरल भाई लखवीर सिंह सेखों ने सांझे तौर और पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए कहा कि, मौके की नज़ाकत को समझते हुए अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल को संयम से काम लेते संयुक्त किसान मोर्चे के नेताओं के साथ टकराव से बचना चाहिए, जो कि समय की ज़रूरत है। अपने आप को पंथक कहलाने वाली पार्टी शिरोमणी अकाली दल की इस नाजुक समय दौरान ओर भी ज़िम्मेदारी बढ़ जाती है, वह पंजाब के हितों ख़ातिर किसान जत्थेबंदियाँ के साथ कंधा जोड़ कर हर तरह का सहयोग करें। पिछले 9 महीनों से दिल्ली के बॉर्डर पर बैठा किसान और कामगार भाईचारा पंजाब की काम, किसानी और आने वाली नसलों के लिए अपनी विरासत को बचाने के लिए पूंजीपतियो की ग़ुलाम केंद्र सरकार के साथ कड़ा संघर्ष कर रहा है। इसलिए भाई ढोट ने आखिर में समूचे पंजाब निवासियों से अपील की कि हर पंजाबी अपनी सामाजिक भूमिका अनुसार, पूंजीपतियो और कामगार के बीच चल रहे इस संघर्ष में संयुक्त किसान मोर्चे का साथ दे कर अपना योगदान पावे।
इस मौके फैडरेशन के राष्ट्रीय उप प्रधान भाई जसपाल सिंह फ़िरोज़पुर, राष्ट्रीय उप प्रधान जगजीत सिंह खालसा, बलविन्दर सिंह राजोके, गुरमुक्ख सिंह मोहनभंडारी, हगप्रीत सिंह मनी,सुखदेव सिंह , जगबीर सिंह तेगा सिंह वाला आदि फैडरेशन नेता उपस्थित थे।

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