केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री ने लगाई मोहर ‘दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेस-वे’ अमृतसर का रहेगा हिस्साः जोशी

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नई दिल्ली में नितिन गडकरी के निवास स्थान पर की गई बैठक का दृश्य।

नई दिल्ली (पवित्रजोत): पिछले दिनों सोशल मीडिया पर चल रही कटरा-अमृतसर-दिल्ली एक्सप्रेस-वे में से अमृतसर को बाहर निकाले जाने की अफवाहों और इस पर अमृतसर वासियों की बढ़ रही चिंता के संबंध में जहां पहले ही पूर्व कैबिनेट मंत्री पंजाब अनिल जोशी ने माननीय केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी जी, नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के चेयरमैन डॉ. सुखबीर सिंह संधू (आईएएस), माननीय प्रधानमंत्री कार्यालय के केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह और केंद्रीय आवास और शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी से बात कर इसके बारे में 7 मई को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यह स्पष्ट कर दिया था कि ‘इस एक्सप्रेस-वे का हिस्सा अमृतसर था, है और अवश्य रहेगा’।
इस संबंध में माननीय गडकरी ने दिल्ली आने पर प्राथमिकता के आधार पर अपने निवास स्थान पर संबंधित अधिकारियों के साथ विशेष बैठक रखी जिसमें पूर्व कैबिनेट मंत्री पंजाब अनिल जोशी को विशेष रूप से बुलाया, जिस पर आज उन्होंने माननीय गडकरी को इस पूरी मौजूदा स्थिति के बारे में विस्तार पूर्वक बताया।
बैठक के दौरान माननीय केंद्रीय आवास एवं शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी, प्रधानमंत्री कार्यालय के केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह जी, केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्यमंत्री जनरल वी.के. सिंह जी, नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के चेयरमैन डॉ. सुखबीर सिंह संधू (आईएएस), राज्यसभा सांसद श्वेत मलिक विशेष रुप से बैठक में मौजूद थे। इसके साथ ही माननीय मुख्यमंत्री पंजाब कैप्टन अमरिंदर सिंह जी, केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री हरसिमरत कौर बादल, लोकसभा सांसद गुरजीत सिंह औजला, भाजपा के राष्ट्रीय सचिव तरुण चुघ ऑनलाइन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक में जुड़े।
बैठक के उपरांत जोशी ने बताया कि माननीय नितिन गडकरी ने बैठक में आज यह स्पष्ट कर दिया है कि इस एक्सप्रेस वे के रूट में अमृतसर अवश्य रहेगा। एक्सप्रेस वे का रूट अमृतसर से तरन-तारन, खड़ूर साहिब, गोइंदवाल साहिब, सुलतानपुर लोधी से होता हुआ नकोदर से गुजरेगा। जोशी ने बताया कि गडकरी ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को लैंड एक्विजिशन का काम जल्द से जल्द करवाने के लिए कहा है और इस संबंध में 9 जून को संबंधित अधिकारी चंडीगढ़ में बैठक लेने के लिए पहुंचेंगे।
उन्होंने कहा कि इस रूट से विभिन्न गुरुधाम जिनमें सुल्तानपुर लोधी, गोइंदवाल साहिब, तरन-तारन, अमृतसर और डेरा बाबा नानक भी सीधे तौर पर जुड़ जाएगा। इसके साथ ही गडकरी को इस मार्ग का नाम श्री गुरु तेग बहादुर साहिब के नाम पर रखने के लिए कहा गया जिस पर गडकरी ने कहा कि एक बार रोड बनने का काम शुरू हो जाने पर इस पर बैठक कर विचार किया जाएगा।
जोशी ने कहा कि उन्होंने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि इस एक्सप्रेस-वे के रूट में अमृतसर था, है और रहेगा और आज भी वह अपने स्टैंड पर डटे हुए हैं और आज यह बात माननीय केंद्रीय सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने भी स्पष्ट कर दी है। उन्होंने कहा कि वह इस पहन प्रोजेक्ट के लिए माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी केंद्रीय आवास एवं शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी प्रधानमंत्री कार्यालय के केंद्रीय राज्य मंत्री डॉक्टर जितेंद्र सिंह पूर्व मुख्यमंत्री सरदार प्रकाश सिंह बादल पूर्व उपमुख्यमंत्री सरदार सुखबीर सिंह बादल का विशेष रूप से धन्यवाद करते हैं जिनकी बदौलत यह प्रोजेक्ट पास हो पाया है और अमृतसर को इतना बड़ा तोहफा मिला है।
उन्होंने कहा कि जब उनके पास गुरु नगरी से संबंधित विभिन्न संस्थाएं इस मुद्दे को लेकर आई तो उन्होंने इस संबंध में माननीय गडकरी और डॉ. जितेंद्र सिंह को 4 मई पत्र लिखकर इसके बारे में अवगत करवाया था। इस उपरांत उन्होंने गडकरी और डॉक्टर जितेंद्र सिंह के साथ ही गुरु नगरी की आवाज मोदी सरकार में बुलंद करने वाले स. हरदीप सिंह पुरी और नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के चेयरमैन डॉ. सुखबीर सिंह संधू (आईएएस) से फोन पर बात कर सारी स्थिति स्पष्ट की और इस उपरांत 7 मई को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर शहर वासियों को यह स्पष्ट कर दिया था कि इस एक्सप्रेस-वे के रूट में अमृतसर था, है और अवश्य रहेगा।
उन्होंने कहा कि लोक डाउन के कारन नितिन गडकरी नागपुर में थे और दिल्ली में आने पर उन्होंने आज इस सेंसटिव मुद्दे को निजी तौर पर देखते हुए प्राथमिकता के आधार पर अपने निवास पर इस संबंध में बैठक की है और स्थिति स्पष्ट की है जिसके लिए गडकरी का समूह गुरु नगरी वासियों की ओर से हार्दिक धन्यवाद करते हैं।
उन्होंने कहा कि जो लोग दिल्ली से सीधा कटरा जाना चाहते हैं उनके लिए नकोदर, जालंधर और करतारपुर से गुरदासपुर के लिए एक सीधा रूट भी दिया गया है जिसके कारण कुछ लोगों को इस संबंध में शंका हुई थी मगर आज यह स्पष्ट हो गया है कि अमृतसर इस एक्सप्रेस वे का हिस्सा है और रहेगा।
उन्होंने कहा कि इस एक्सप्रेस-वे में ना ही कोई ट्रैफिक सिग्नल, ना ही कोई रेलवे क्रॉसिंग और कोई भी अन्य बाधा नहीं होगी और लोग सीधे तौर पर अपनी मंजिल पर पहुंच पाएंगे। उन्होंने कहा कि अमृतसर से दिल्ली का रास्ता बाय रोड 3.5 से 4 घंटे में तय हो जाएगा जिससे कि हर यात्री को इसका बहुत लाभ प्राप्त होगा।
इसके साथ ही जोशी ने नितिन गडकरी का अमृतसर से तरन-तारन रोड पर बनाए गए 130 करोड रुपए की लागत के फ्लाईओवर का निर्माण कार्य पूरा होने पर उनका विशेष रूप से आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह अमृतसर से तरन- तारन को जोड़ने वाला अहम प्रोजेक्ट है जिसका लाभ अमृतसर से तरन-तारन यात्रा करने वाले यात्रियों को लाभ प्राप्त होगा। इस फ्लाईओवर का पूरा खर्च केंद्र की मोदी सरकार द्वारा किया गया है। उन्होंने कहा कि यह प्रोजेक्ट जब वह अकाली-भाजपा सरकार में माननीय मुख्यमंत्री स. प्रकाश सिंह बादल और उप मुख्यमंत्री स. सुखबीर सिंह बादल के साथ कैबिनेट में थे उस समय पास हुआ था, जिसके लिए वह बादल साहब का आभार व्यक्त करते हैं।

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