अमृतसर 23 फरवरी (पवित्र जोत) : पंजाब के पूर्व डिप्टी स्पीकर प्रो. दरबारी लाल ने पंजाब के डिग्री काॅलेजों द्वारा एससी और एसटी से संबंधित विद्यार्थियों को डिग्री न देने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते कहा कि काॅलेज अथाॅर्टीज विद्यार्थियों का उज्जवल भविष्य किसी भी कीमत पर खराब न करे। क्योंकि समय पर डिग्री न मिलने से विद्यार्थी न तो नौकरी के लिए अप्लाई कर सकते है और न ही किसी काॅलेज में प्रवेश पाने के लिए। हकीकत में यह विद्यार्थी समाज के सबसे पिछड़े वर्ग से संबंध रखते है। जिनको उच्च शिक्षा दिलवाने के लिए सरकार ने वजीफा देना शुरू किया था। जिसके परिणामस्वरूप हजारों विद्यार्थियों ने काॅलेज की शिक्षा ग्रहण की है।
प्रो. लाल ने कहा कि वर्तमान समय में इन विद्यार्थियों की संख्या 50 हजार के करीब है। जिनके सर्टीफिकेट या डिग्री काॅलेजों में रूके हुए है। बार-बार प्रार्थना करने के बावजूद विद्यार्थियों को डिग्रीयों से महरूम रखा जा रहा है। क्योंकि काॅलेज अथाॅटीज का कहना है कि सरकार 1850 करोड़ रूप्या की देनदार है। जिनके न मिलने से यह सारी समस्या पैदा हुई है। इस सारी राशि में 60 प्रतिशत हिस्सा केंद्र का है और 40 प्रतिशत योगदान पंजाब सरकार का है। जिसे समय पर न मिलने से विद्यार्थियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस समय पंजाब में 1650 एन-एडिड काॅलेज है जहां इन विद्यार्थियों ने शिक्षा हासिल की है।
प्रो. लाल ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को इन विद्यार्थियों की कठिनाईयों को देखते हुए एक विस्तारपूर्वक पत्र लिखकर मांग की कि सरकार इन काॅलेजिस को बच्चों को सर्टीफिकेट देने के लिए आदेश दे। ताकि इन नौजवानों का भविष्य उज्जवल बना रहे है और जिस भी क्षेत्र में जाना चाहते है उनको मौका दिया जाए।