किसान संघर्ष की जीत और शहीद किसानों की आत्मिक शांति के लिए दरबार साहब में अरदास – बसपा

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बसपा किसान आंदोलन के लिए जन समर्थन में लगातार करती रहेगी जनसम्पर्क प्रचार मुहिम – जसवीर सिंह गढ़ी

अमृतसर,22 दिसंबर (पवित्र जोत) : -: बहुजन समाज पार्टी की सीनियर लीडरशिप आज पंजाब प्रधान सरदार जसवीर सिंह गढ़ी के नेतृत्व में किसान संघर्ष की जीत और संघर्ष दौरान शहीद हुए किसानों की आत्मिक शांति के लिए दरबार साहब श्री हरिमन्दर साहिब में नतमस्तक हुई। इस मौके पार्टी के बड़ी संख्या में वर्कर समर्थक हाजिर हुए। बसपा पंजाब की तरफ से किसानों के हित में अरदास की।
इस मौके पंजाब प्रधान गढ़ी ने कहा कि किसान संघर्ष खेती कानूनों के विरोध में पिछले 26दिन से राजधानी दिल्ली में अपना पक्ष रखने गए हुए हैं। लेकिन केंद्र की भाजपा सरकार के कानों पर जूँ नहीं रेंगी। बल्कि देश का प्रधान मंत्री नरिन्दर मोदी अपने आप बना प्रधान सेवक भगवांकारी और जागीरदारी नीतियों की पालन पोशन हित किसान संघर्ष के साथ रोज़ नए मज़ाक कर रहा है। ताज़ा शरारत में प्रधान मंत्री मोदी गुरू तेग़ बहादुर जी के शहीदी दिहाड़े मौके गुरूद्वारा रकाब गंज में नतमस्तक होने गया। बसपा का मानना है कि गुरूयों को नतमस्तक होने गुरू घर कोई भी जा सकता है, परंतु प्रधान मंत्री बताए कि पिछले 8सालों की सरकार में किस ऐतिहासिक दिहाड़े मौके दिल्ली में नतमस्तक होने गए। इस लड़ी में किसान आंदोलन को खालिस्तान के साथ जोड़ना या विदेशी फंडिंग जैसी अफ़वाहों फैलाके भद्दी हरकतों का कला इतिहास भाजपा सरकार लिख रही है। जबकि पिछले चार महीनों किसान पंजाब हरियाणा और आज पूरे देश में कहर मै ठंड वाली रातों में बुज़ुर्गों, औरतें और बच्चे समेत संघर्ष कर रहे हैं लेकिन भाजपा सरकार देशवासियों को दुत्कारने में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही, इस बेगानापन में संघर्ष दौरान 30 से ज़्यादा किसान शहीद हो चुके हैं, जिन की आत्मिक शांति के लिए श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की पवित्र हजूरी में अरदास की गई। इस संघर्ष के लिए बसपा पंजाब में किसान आंदोलन के जनसमर्थन के लिए लगातार जन संपर्क प्रचार मुहिम जारी रखेगी।
इस मौके राज्य जनरल सचिव भगवान सिंह चौहान और पूर्व पंजाब प्रधान गुरलाल भाला ने कहा कि किसान संघर्ष दौरान हुई सभी मौतों का ज़िम्मेदार भाजपा सरकार और नरिन्दर मोदी को गिना जाये। शमनजीत सिंह अटवाल, सविन्दर सिंह छज्जलवड्डी,इंजी:अमरीक सिंह सिद्धू, तारा चंद भक्त, कुलविन्दर सिंह सहोता, राम सिंह, सुखदेव सिंह चौहान, सुरजीत सिंह , रत्न सिंह, जतिन्दर सिंह,जगदीश दुग्गल, वरयाम सिंह, प्रिंसिपल नरिन्दर सिंह, मुकेश कुमार,गुरबखश, वस्सण सिंह, हजूर सिंह, सोनू , अमरजीत सिंह, आदि हाजिर थे।

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