पंजाबी यूनिवर्सिटी को आर्थिक संकट में से निकालने में राज्य सरकार हुई फेल

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सरकार की तरफ से यूनिवर्सिटी की वित्तीय मदद न करने पर बिगड़े हालात : परमिंदर सिंह ढींडसा

अमृतसर 19, नवंबर (राजिंदर धानिक) : पंजाबी यूनिवर्सिटी के उप कुलपति डा. बी.ऐस.घुंमण की तरफ से इस्तीफ़ा दिए जाने के मामले में शिरोमणी अकाली दल (डेमोक्रेटिक) के विधायक और पंजाब के पूर्व वित्त मंत्री श परमिन्दर सिंह ढींडसा ने पंजाब सरकार विरुद्ध तीखी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए इसको मन्दभागा करार दिया है। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार की तरफ से पंजाबी यूनिवर्सिटी की आर्थिक मदद करने से पीछे हटने के कारण शिक्षा प्रेमियों को काफ़ी निराशा हुई है। ढींडसा ने कहा कि पंजाब सरकार एक तरफ़ पटियाला में नयी खेल यूनिवर्सिटी स्थापित करने जा रही है। परन्तु दूसरे तरफ़ मालवे को शिक्षा क्षेत्र में अथाह अमीर बनाने वाली पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला को लावारिस छोड़ना इस बात का संकेत है कि पंजाब सरकार शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण अदारों प्रति गंभीर नहीं है। उन्होंने देश और विदेश में रहते पूर्व विद्यार्थियों से अपील की है कि वह इस यूनिवर्सिटी को बचाने के लिए आगे आने। उन्होंने कहा कि उनको व्यक्तिगत तौर पर शिक्षा क्षेत्र के माहिर उप कुलपति डा. बी.ऐस घुमन की तरफ से इस्तीफ़ा दिए जाने का काफ़ी दुख है। उन्होंने कहा कि डा. घुमन की तरफ से पंजाब सरकार से वित्तीय मदद के लिए काफ़ी बात की गई थी, परंतु सरकार की तरफ से इस सम्बन्ध में कोई स्वीकृति न मिलने पर उन्होंने इस्तीफ़ा देना ही बेहतर समझा। स. ढींडसा ने कहा कि वह इस शिक्षा अदारे को बचाने के लिए हर संभव कोशिश करेंगे और इसके लिए पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला के कुलपति -कम राज्यपाल पंजाब डा वी.पी सिंह बदनौर को माँग पत्र देकर पंजाबी यूनिवर्सिटी को आर्थिक मदद दिए जाने की माँग करेंगे। इसतों इलावा उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार को भी यूनिवर्सिटी को वित्तीय मदद देने के लिए कहा है। ताकि यूनिवर्सिटी पर आर्थिक संकट ख़त्म हो सके और विद्यार्थियों को गुणवत्ता शिक्षा मिलती रहे।

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