लाक डाउन दौरान नशे से पीडित व्यक्ति का सहारा बने ओट केंद्रः डिप्टी मैडीकल कमिश्नर

0
53
डिप्टी मैडीकल कमिश्नर डा. सुमित सिंह।

लाक डाउन दौरान नशा छोड़ने वालों की संख्या में हुई वृद्धि

अमृतसर, 8 अगस्त (पवित्रजोत) पंजाब सरकार की तरफ से 2017 में नशे विरुद्ध शुरु की गई मुहिम दौरान जिले में अब तक 41800 के करीब नशे से पीडित व्यक्ति अपना इलाज करवाने के लिए चल रहे 10 सरकारी ओट केन्द्रों और 9 निजी नशा छुडाओं केन्द्रों के इलावा स्वामी विवेकानन्द नशा छुडाओं केंद्र में अपना इलाज करवाने के लिए पहुँच रहे हैं।
इस संबंधी जानकारी देते डिप्टी मैडीकल कमिश्नर डा. सुमित सिंह ने बताया कि लाकडाऊन के समय दौरान नशा न मिलने के कारण इन ओट केन्द्रों में 4000 से अधिक व्यक्तों ने नशा छोड़ने के लिए पहुँच की है और इस समय दौरान नशा छोड़ने वालों की संख्या में काफ़ी विस्तार हुआ है। उन्होने बताया कि 31 जुलाई 2020 तक सरकारी केन्द्रों में 16767, निजी नशा छुडाओं केन्द्रों में 14416 और स्वामी दया नंद नशा छुडाओ केंद्र में 10617 व्यक्तियों ने इस बीमारी को छोड़ने के लिए दवा का सेवन किया है। उन्होने बताया कि नशा छोड़ने के लिए मरीज़ की इच्छा शक्ति का मज़बूत होना और नशा सेवन करने वाले व्यक्तियों की संगत को त्यागना बहुत ज़रूरी है। उन्होने बताया कि सेहत विभाग के प्रयासों की बदौलत 2600 से अधिक मरीजों की दवा की ख़ुराक अब बहुत कम हो गई है और वह जल्द ही नशा छोड़ने वालों की सूची में शामिल हो जाएंगे।
डिप्टी मैडीकल कमिश्नर ने बताया कि ओट केन्द्रों में मरीजों को दवा देने के इलावा नशा छोड़ने के लिए भी प्रेरित किया जाता है। उन्होने बताया कि नशे से पीडित व्यक्ति अपने परिवार के सहयोग के साथ ही इस बीमारी से छुटकारा पा सकते है। डॉ. सुमित सिंह ने बताया कि इन क्लीनिकों में सरकार की तरफ से जुबान के नीचे रखने वाली दवा मुफ़्त दी जाती है जिस का कोर्स एक से दो साल का है। उन्होने बताया यह दवा स्पैशल ट्रेनिंग लिए स्टाफ की तरफ से अपनी देखरेख में मरीजों को दी जाती है।
उन्होने बताया जिलले के सरकारी हस्पताल जैसे कि सब डिविज़न अस्पताल बाबा बकाला, अजनाला और कम्यूनटी सेहत सैंटर तरसिक्का, मजीठा, मानांवाला, लोपोके, देहाती सेहत केंद्र चविंडा देवी, सैंट्रल ज़ेल अमृतसर और सरकारी नशा मुक्ति पुनर्वास केंद्र अमृतसर में चल रहे हैं जहाँ नशे से पीडित व्यक्तियों को मुफ़्त दवा दी जाती है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वह नशे से पीडित व्यक्तियों को प्रेरित करके इन केन्द्रों में लेकर आएं जिससे उनको नशा छोड़ने वाली दवा देकर समाज का हिस्सा बनाया जा सके।

NO COMMENTS

LEAVE A REPLY