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जहरीली शराब के सेवन से हुई मौतों से शहर में दहशत का माहौल
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देहाती पुलिस कप्तान ने जांच के लिए 4 सदस्यीय कमेटी का किया गठन
अमृतसर, 31 जुलाई (पवित्रजोत): अवैध शराब की बिक्री को रोकने के लिए पंजाब सरकार के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह की तरफ से पुलिस प्रशासन को सख़्त निर्देश दिए गए हैं। इसके बावजूद हलका जंडियाला गुरू के गाँव मुच्छल में जहरीली शराब पीकर मरने वालों की संख्या 11 तक पहुँच गई है। जिसके साथ पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली पर प्रश्न निशान लगा नज़र आ रहा है। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह की तरफ से जिला अमृतसर, तरनतारन और बटाला में ज़हरीली शराब के सेवन करके 21 से अधिक मौतें हुई और दुख जाहिर करते मैजिस्ट्रीयल जांच के आदेश जारी कर दिए गए हैं।
प्राप्त जानकारी अनुसार मृतकों के परिवारिक सदस्यों का कहना है कि गाँव मुच्छल में सस्ती शराब बेचने वालों का गोरख धंधा लम्बे समय से चल रहा है। बुधवार को गाँव मुच्छल के 4 व्यक्ति और एक नज़दीकी गाँव टांगरा का व्यक्ति है जिनकी ज़हरीली शराब पी कर मौत हुई है। सूचना अनुसार यह ज़हरीली शराब ख़रीदी गई थी। अब आलम यह है कि जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या 11 तक पहुँच गई है। इसकी जांच संबंधी जिला अमृतसर पुलिस देहाती के पुलिस कप्तान विक्रमजीत दुग्गल की तरफ से मामले की जांच के लिए चार सदस्यीय स्पैशल इन्वेस्टीगेशन टीम बनाई गई है और टीम का इंचार्ज आई.पी. एस. अधिकारी और एस.पी. गौरव तुरा को लगाया गया है।
जहरीली शराब पीने से मरने वालों की पहचान मंगल सिंह सुपुत्र सुलक्खण सिंह, बलविन्दर सिंह पुत्र सूरता सिंह, गुरप्रीत सिंह पुत्र शिन्दर सिंह, कश्मीर सिंह पुत्र ज्ञान सिंह, दलबीर सिंह पुत्र सोहण सिंह, जसवंत सिंह पुत्र दर्शन सिंह, योगा सिंह पुत्र बलदेव सिंह, जसविन्दर सिंह पुत्र शोभा सिंह, काला सिंह पुत्र संतोख सिंह, बलदेव सिंह पुत्र सुरजीत सिंह के तौर पर हुई है।
थाना तरसिक्का के एस.एच.ओ. इंस्पेक्टर बिक्रमजीत सिंह ने बताया कि पुलिस कार्यवाई में बलविन्दर कौर पत्नी जसवंत सिंह पुत्र दर्शन सिंह विरुद्ध धारा 304 आई.पी.सी. और 67/1/14 एक्साईज एक्ट अधीन मुकदमा दर्ज़ करके बलविन्दर कौर को गिरफ़्तार कर लिया गया है।
मृतकों के घरों में पहुँचे शिरोमणि अकाली दल के हलका जंडियाला गुरू के इंचार्ज मलकीयत सिंह ए.आर, तलबीर सिंह गिल और आम आदमी पार्टी के हलका जंडियाला गुरू के इंचार्ज हरभजन सिंह ई.टी.ओ. अफ़सोस करने पहुँचे। नेताओं ने कहा अमृतसर के इलावा तरनतारन और बटाला में गैर-कानूनी तरीके के साथ बेची जा रही शराब पीने के साथ कई परिवारों के सदस्य उनसे बिछड़ गए हैं जोकि एक निंदनीय घटना है। उन्होंने कहा कि अलग-अलग शहरों में शराब की बिक्री और खरीददारी को लेकर सरकार और पुलिस प्रशासन की बड़ी लापरवाही नज़र आ रही है। उन्होंने कहा कि चुनाव मैनीफैस्टो के दौरान नशे को निर्धारित समय में ख़त्म करने संबंधी कैप्टन सरकार के दावे और वायदे बे-बुनियाद साबित हुए हैं जबकि पंजाब में नशो की बिक्री में विस्तार होने से कई माताओं के पुत्र, बहनों के भाई और पत्नियों के सुहाग उजड़ चुके हैं।