तुली लैब के मुद्दे पर जांच हेतु मुख्यमंत्री द्वारा पुलिस कमिश्नर के नेतृत्व में सिट कायम

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  • आरोपियों खिलाफ सख़्त कार्यवाही अमल में लाई जाएगी

  • शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी देसी घी की खरीद पंजाब से करेः कैप्टन

    • अमृतसर, 12 जुलाई (पवित्रजोत): तुली लैब की तरफ से कोविड-19 टैस्ट सबंधी गलत रिपोर्ट देने के मुद्दे पर उच्च स्तरीय जांच करने के लिए मुख्य मंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कमिश्नर पुलिस अमृतसर डा. सुखचैन सिंह गिल के नेतृत्व में तीन सदस्यीय टीम का गठन किया है, जोकि इस केस की जांच करके इस को अंजाम तक पहुंचाएंगी। आज फेसबुक लाइव में अमृतसर निवासी साहल धवन की तरफ से किये गए सवाल के जवाब के मुख्यमंत्री ने बताया कि पहले यह जांच विजीलैंस ब्यूरो की तरफ से की गई है, परन्तु तुली लैब ने इस आधार पर कि विजीलैंस केवल सरकारी विभागों की ही जांच कर सकती है, इसको निजी मामलों में जांच का अधिकार नहीं, अदालत में पहुँच की है, सो इसको देखते हुए हम यह जांच पुलिस कमिश्नर के नेतृत्व में बनाई सिट को दे दी है, जिसमें एडिश्नल डिप्टी कमिश्नर डा. हिमाशूं अग्रवाल और सिवल सर्जन भी शामिल हैं। उन्होने कहा कि यह तीन अधिकारियों की टीम, जोकि खुद डाक्टर पेशे में से ही हैं, इस केस की तहकीककात करके सत्य अदालत सामने लाएंगे और सख़्त कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। उन्होने कहा कि हमारी कोशिश है कि लोगों को गुमराह करने वाले लोग कानूनी दाव-पेच खेल कर बचें न, बल्कि उन विरुद्ध दर्ज केस को सत्य के आधार पर अंजाम तक पहुंचाया जाये। उन्होने बताया कि मैं ख़ुद इस केस की समीक्षा कर रहा हूं, सो हम लोगों को इन्साफ देंगे।
      इसी दौरान मुख्य मंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की तरफ से लंगर और प्रसाद के लिए देसी घी महाराष्ट्र से खरीदने के लिए किये गए सौदे को गलत करार देते प्रधान शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी से अपील की कि वह इस समझौते पर गौर करें और सारी खरीद पंजाब के सहकारिता अदारा मिलकफैड से करें, जिससे पंजाब के किसानों को आर्थिक लाभ मिल सके। उन्होने कहा कि पंजाब जैसा शुद्ध देसी घी ओर कहीं नहीं मिल सकता, सो लंगर और प्रसाद की पवित्रता को ध्यान में रखते हुए यह खरीद पंजाब से जाए। इसके इलावा इस खरीद के साथ पंजाब के किसानों को सहायक धंधा, जोकि डेयरी के तौर पर है, में लाभ बढ़ेगा।

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