वैक्सीन लूट तथा जनता की सेहत दाँव पर लगाने वाले कैप्टन व बलबीर सिद्धू इस्तीफा दें : मलिक

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460 रूपये में खरीदी वैक्सीन 1060 रूपये में प्राईवेट अस्पतालों को बेच रही कैप्टन सरकार : श्वेत मलिक

कैप्टन सरकार अपनी जेबें तथा राज्य का कंगाल खज़ाना भरने के लिए कोरोना वैक्सीन प्राइवेट अस्पतालों को बेच कमा रही है करोड़ों रुपये : श्वेत मलिक

अमृतसर : 5 जून (  राजिंदर धानिक ) :  राज्यसभा सांसद तथा भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष श्वेत मलिक ने पंजाब की कांग्रेस सरकार को कोरोना वैक्सीन जनता को न उपलब्ध करवाए जाने तथा उसे प्राईवेट अस्पतालों को बेचने के मामले पर फटकार लगाते हुए कहाकि एक तरफ केंद्र की मोदी सरकार कोरोना के साथ जारी लड़ाई जीतने के लिए देश के सभी नागरिकों का जीवन सुरक्षित हेतु समूचे देश में मुफ्त वैक्सीन उपलब्ध करवा रही है। वहीँ पंजाब की कांग्रेस सरकार ने इसे भी अपने लिए कमाई का साधन बना लिया है। श्वेत मलिक आज जिला भाजपा कार्यलय शहीद हरबंस लाल खन्ना स्मारक में जिला भाजपा अध्यक्ष सुरेश महाजन की अध्यक्षता में आयोजित प्रेसवार्ता में पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने कहाकि कैप्टन अमरिंदर सिंह तथा प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने जनता के स्वास्थ्य को दाँव पर लगा कर कोरोना वैक्सीन प्राइवेट अस्पतालों को बेच कर अपनी जेबें तथा खज़ाना भरने का साधन बना लिया है।

श्वेत मलिक ने कहाकि कोरोना महामारी से बचाव के लिए नागरिकों को फ्री वैक्सीनेशन उपलब्ध करवाने की बजाए पंजाब सरकार 400 रुपये में खरीदी गई वैक्सीन प्रदेश के प्राईवेट अस्पतालों को थोक भाव में 1060 रुपये में बेच कर राज्य के कंगाल हो चुके खजाने को भरने का प्रयत्न कर रही है। उधर सरकारी अस्पतालों में कोरोना वैक्सीन उपलब्ध नहीं और जनता वैक्सीन के लिए दर-दर की ठोकरें खा रही है। उधर प्राइवेट अस्पताल उक्त कोरोना वैक्सीन 1560 रुपये में बेच कर दोनों हाथों से जनता को सरेआम सरकार की नाक के नीचे लूट रहे हैं। उन्होंने कहाकि हाल ही में कैप्टन सरकार ने करीब 40 हजार वैक्सीन की डोज प्राइवेट अस्पतालों को 1060 रुपये कीमत पर बेची है और इससे 2 करोड़ 64 लाख रूपये की आमदन हुई। जबकि सरकारी अस्पतालों में वैक्सीन लगवाने के लिए पंहुच रहे लोगो को वैक्सीन न होने का हवाला देकर वापिस लौटाया जा रहा है।

श्वेत मलिक ने प्राइवेट अस्पतालों को बेची 40 हजार वैक्सीन डोज के माध्यम से कमाए करीब तीन करोड़ रुपये की राशि की जानकारी देते हुए कहा कि एक तरफ केंद्र सरकार व भाजपा शासित राज्यों में कोरोना महामारी से नागरिकों को बचाने के लिए मुफ्त वैक्सीन लगाई जा रही है। इसके विपरित पंजाब सरकार आम नागरिकों को मुफ्त वैक्सीन उपलब्ध करवाने के लिए हाथ खड़े कर कर दिए है। कोरोना महामारी में कोरोना से जूझते लोगो को बचाने के लिए राज्य की कांग्रेस सरकार के कुप्रंबधों पर चर्चा करते हुए भाजपा नेता ने कहा कि केंद्र सरकार की तरफ से कोरोना मरीजों को बचाने के लिए भेजे 809 वैंटिलेटरों का भी पंजाब सरकार ने सही ढंग से इस्तेमाल नहीं किया। इसका मुख्य कारण सरकार के पास न तो केद्र सरकार की तरफ से भेजे सैंकड़ों वैंटिलेटर चलाने वाला प्रशिक्षित स्टाफ है और न ही कोरोना से निपटने के लिए कोई योजना है। कैप्टन सरकार की लापरवाही के चलते समय पर वैंटिलेटर सुविधा व इलाज न मिलने के चलते सैंकड़ो मरीज समय से पूर्व ही मृत्यु के आगोश में चले गए। पंजाब में देश में सबसे ज्यादा मृत्यु दर का 2.5% का आंकड़ा है जो कि बहुत ही भयानक स्तर है। उन्होंने कहाकि कोरोना की पहली लहर से कैप्टन सरकार ने सबक नहीं लिया और पहली व दूसरी लहर में कैप्टन अपने महल से बाहर नहीं निकले। जिसका खामियाज़ा जनता को भुगतना पड़ा। उन्होंने कहाकि जनता का जीवन दाँव पर लगाने के जिम्मेवार कैप्टन तथा बलबीर सिंह सिद्धू को नैतिकता के आधार पर तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए।

श्वेत मलिक ने कहाकि पंजाब कांग्रेस में छिड़ी कुर्सी तथा वर्चस्व की लड़ाई के चलते कांग्रेस की स्थिति विस्फोटक बनी हुई है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं तथा 80 में से 60 विधायको ने कैप्टन अमरिंदर सिंह के साढ़े चार वर्ष तक की निकम्मी कार्यशैली और झूठे वादों के विरुद्ध खुल कर आवाज़ उठाई है। उन्होंने कहाकि बुधवार को कांग्रेस के नाराज़ मंत्रियों द्वारा कैबिनेट की बैठक में किया हंगामा इसका प्रत्यक्ष प्रमाण है। कांग्रेस प्रदेश की जनता में विश्वास और आधार खो चुकी है। कांग्रेसी मंत्री तथा नेता वोट मांगने के लिए जनता के दरबार में जाने से कतरा रहे हैं। उन्हें पता है कि उनकी सरकार ने जनता के लिए कुछ नहीं किया, कैप्टन ने चुनाव के समय जो वादे किए थे, उन्हें भी आज तक पूरा नहीं किया, इसलिए जनता उन्हें इस बार वोट नहीं देगी। जिसका मुख्य कारण कैप्टन हैं। उन्होंने कहाकि कैप्टन सरकार ने आज तक छठे पे-कमीशन की रिपोर्ट आज तक जारी नहीं की है, जिसके चलते सरकारी कर्मचारियों में बहुत रोष है और अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर उतरे हुए हैं। उन्होंने कहाकि प्रदेश में भ्रष्टाचार चरम पर है और इस पर लगाम लगाने में राज्य सरकार विफल रही है। रेत, शराब, ड्रग्स, ट्रांसपोर्ट माफिया पर कोई नियन्त्रण नहीं है, सरकार इनके इशारे पर चल रही है। उन्होंने कहाकि कांग्रेस के लिए आगामी चुनावी वर्ष आत्मघाती होगा। उन्होंने कहाकि प्रदेश की सूझवान जनता प्रधानमन्त्री नरेंदर मोदी की नीतियों पर मोहर लगाते हुए इस बार प्रदेश की सत्ता भाजपा के हाथ में सौंपेगी।

श्वेत मलिक ने राज्य सरकार से आग्रह किया कि वह कोरोना संकट में प्राइवेट अस्पतालों को वैक्सीन बेचकर पैसे कमाने की होड़ छोड़ कर राज्य के नागरिकों को सरकारी अस्पतालों व कैंपो के माध्यम से निशुल्क वैक्सीन उपलब्ध करवा कर जनता को कोरोना जैसे दानव से बचाने का प्रयत्न करे। अन्यथा राज्य की जनता उन्हें कभी माफ नहीं करेगी।इस अवसर पर जिला महासचिव राजेश कंधारी, जिला उपाध्यक्ष डॉ. राम चावला, डॉ. हरविंदर सिंह संधू, सरबजीत शंटी, कुमार अमित, सतपाल डोगरा आदि उपस्थित थे।

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