अमृतसर 30 दिसंबर (पवित्र जोत) : वार्ड नंबर 53 के निवासियों के साथ मिलकर पार्षद नीतू टांगरी और उनके पति कांग्रेसी नेता संजीव टांगरी के नेतृत्व में 30 दिसंबर को रानी का बाग में खेती कानूनों का विरोध कर रहे किसानों के समर्थन में रैली का आयोजन किया गया। इस दौरान दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का पुतला फूंकते हुए जमकर नारेबाजी की गई। इसके बाद पार्षद दम्पत्ति ने अपने साथियों के साथ गुरुद्वारा सिंह सभा में जाकर किसानों की चढ़दी कला की अरदास की।
रैली में शामिल महिलाएं केन्द्र सरकार के खिलाफ गुस्से में दिखाईं दीं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पुतले को जलाया और मोदी मुर्दाबाद के नारे बुलंद किए।
इस मौके पर पार्षद नीतू टांगरी ने संबोधित करते हुए कहा कि मोदी सरकार को कड़ाके की ठंड में दिल्ली के बार्डरों पर बैठे किसानों में शामिल बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों पर तरस खाना चाहिए और अपने गलत इरादे छोड़कर कृषि बिलों को रद्द कर देना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने जनता से किए गए वादों को पूरा नहीं किया।
इस अवसर पर संजीव टांगरी ने कहा कि यह धरना कांग्रेस पार्टी का नहीं है जबकि यह रानी का बाग के लोगों का धरना है यह वह लोग हैं जो किसानों का दुख दर्द समझते हुए सड़कों पर उतरें हैं। अफसोस की बात है कि देश का प्रधानमंत्री एक औरंगजेब और नादरशाही प्रधानमंत्री है। डेढ महीने से दिल्ली के बार्डरों पर ठंड में धरना दे रहे किसानों के बारे में प्रधानमंत्री मोदी ने एक बार भी नहीं सोचा। प्रधानमंत्री मोदी को लोगों ने चुना था परंतु यह अब अंबानी-अडानी का बनकर रह गया है।
इस अवसर पर पीएल हांडा ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि मोदी साहिब अंबानी और अडानी को खुश करने के लिए कृषि बिल किसानों पर थोपना चाहते हैं।
इस अवसर पर गुरदीप सिंह जज, शम्मी त्रेहन, रेशम सिंह प्रधान, हिम्मत सिंह नारंग, जेएस नागपाल, जनक खन्ना, सिम्मी, सोनिया, चंचल व अन्य इलाका निवासी उपस्थित थे।