अमृतसर, 18 दिसम्बर (पवित्र जोत) : पंजाब सरकार की तरफ से ‘ स्मार्ट कुनैकट ’ योजना के अंतर्गत सरकारी स्कूलों में पढ़ते विद्यार्थियों को स्मार्ट फ़ोन बाँटने की मुहिम के दूसरे पड़ाव के अंतर्गत आज जिले में 43 अलग अलग स्कूलों के कुल 7600 विद्यार्थियों को स्मार्ट फ़ोन बाँटे गए।
इस सम्बन्धित ओम प्रकाश सोनी डाक्टरी शिक्षा और खोज मंत्री पंजाब ने ज़िला स्तर पर सरकारी सीनियर सेकंडरी स्कूल नया कोट में स्मार्ट फ़ोन बाँटने के समागम की शुरुआत की। जिस में पंजाब के मुख्य मंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह की तरफ से स्मार्ट फ़ोन बाँटने की शुरुआत में वर्चुअल तरीको साथ भाग लिया।
इस मौके ओम प्रकाश सोनी पंजाब सरकार की तरफ से करोना संकट दौरान विद्यार्थियों को आनलाइन विद्या हासिल करने में आसानी प्रदान करने के मंसूबो के साथ स्मार्ट फ़ोन बाँटे गए हैं जिसकी बदौलत सरकारी स्कूलों के विद्यार्थी ओर बढ़िया नतीजे देने के समर्थ बनेंगे। सोनी ने कहा कि पंजाब सरकार सरकारी स्कूलों में पढ़ते विद्यार्थियों को नवीनतम तकनीकें के द्वारा मानक शिक्षा मुहैया करवाने के लिए वचनबद्ध है और अब जब कोरोना वायरस महामारी दौरान स्कूल बंद पड़े हैं तो विद्यार्थियों को ऑनलाइन पढ़ाई में हर संभव सहायता करने के लिए पंजाब सरकार की तरफ से यह स्मार्ट फ़ोन बाँटे जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि पंजाब सरकार की तरफ से पहले पड़ाव के अंतर्गत 50,000 को स्मार्ट फ़ोन मुहैया करवाए गए हैं और दूसरे पड़ाव में 12वीं जमात के 80,000 ओर विद्यार्थियों को स्मार्ट फ़ोन मुहैया करवाए जा रहे हैं।
सोनी ने बताया कि जिले के स्कूलों को प्रदान की आधुनिक सहूलियत से जिले के सभी 419 स्कूल स्मार्ट बन चुके हैं और इसी ही कड़ी के अंतर्गत सरकारी स्कूलों को स्मार्ट रंगत देने के लिए जिले के अलग अलग स्कूलों को अब तक प्राजैकटर प्रदान करने के इलावा स्मार्ट क्लास रूम बनाने के लिए बड़े स्तर पर ग्रांट जारी की गई हैं। उन्होंने बताया कि सरकारी स्कूलों में बच्चों की संख्या में 13 प्रतिशत विस्तार दर्ज किया गया है जिस से पता लगता है कि राज्य के सरकारी स्कूल हर पक्ष से समय के साथी हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि राज्य में तीन साल पहले ही प्रिय -प्राथमिक जमातों शुरू की गई थीं जिस में 3लाख से ज़्यादा विद्यार्थी इस का लाभ ले रहे हैं।
स्मार्ट फ़ोन प्राप्त करन समय सरकारी सीनियर सेकंडरी स्कूल माल रोड 12वीं जमात की छात्रा दिव्या ने कहा कि उसे करोना संकट दौरान आन लाईन पढ़ाई करने के लिए बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ता था कि उनके परिवार के पास एक ही फ़ोन होने के कारण कई बार आनलाइन परीक्षा से वंचित होना पड़ता था या फिर शाम तक इन्तज़ार करनी पड़ती थी। छात्रा दिव्या ने कहा कि मैं बहुत खुश हूँ कि पंजाब सरकार ने उसे स्मार्ट स्कूल प्रादन करके सालाना इम्तिहान नज़दीक आने के समय बेहतर पढ़ाई करने का रास्ता खोल दिया है।
इस मौके डिप्टी कमिशनर गुरप्रीत सिंह खेहरा, एस:डी:एम विकास हीरा, ए:डी: सी:पी हरजीत सिंह धालीवाल, डिप्टी मेयर यूनिस कुमार, मार्केट समिति के चेयरमैन अरुण पप्पल, ज़िला शिक्षा अफ़सर सतिन्दबीर सिंह, नायब तहसीलदार अर्चना शर्मा, नोडल अफ़सर आदर्श शर्मा, स्कूल की प्रिंसिपल लक्ष्मी देवी, पमरजीत सिंह चोपड़ा, रविकांत, वरदान भक्त, अमरनाथ भगत, सरपंच परमिन्दर सिंह से इलावा ओर अधिकारी भी उपस्थित थे।