अमृतसर, 7 जून (पवित्रजोत): कल श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह और शिरोमिण गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान गोबिंद सिंह लोंगोवाल द्वारा खालिस्तान की मांग संबंधी दिए ब्यानों पर सख्त एतराज करते हुए अमृतसर पश्चिमी से विधायक राज कुमार वेरका, अमृतसर उत्तरी से विधायक सुनील दत्ती और अमृतसर दक्षिणी से विधायक इन्द्रबीर सिंह बुलारिया ने संयुक्त रुप में जारी किए ब्यान में शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल, केन्द्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल और केन्द्र सरकार को घेरते हुए कई सवालों के जवाब मांगे है।
इन नेताओं ने कहा कि दोनों पंथक हस्तियों द्वारा दिए ब्यानों पर केन्द्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल के क्या विचार है, भी स्पष्ट होने चाहिए ताकि पता लग सके कि बादल परिवार इस मुद्दे पर क्या विचारधारा रखता है। उन्होने कहा कि शिरोमणि कमेटी एक संविधानिक संस्था है और संविधान तहत ही काम करती है। ऐसे में इसके प्रधान द्वारा दिया गैर संविधानिक ब्यान कहाँ तक जायज है, एक केन्द्रीय मंत्री होने के नाते हरसिमरत बादल जवाब दें। उन्होने कहा कि जत्थेदार श्री अकाल तख्त सिहब ने सार्वजनिक रूप में खालिस्तान की मांग का समर्थन किया है और हरसिमरत कौर बादल पंजाबियों के एकमात्र प्रतिनिधि होने के नाते केन्द्रीय मंत्री मंडल में इस मांग प्रस्ताव रखें, इसके बारे जरूर स्पष्ट करें। उक्त नेताओं ने कहा कि जत्थेदार श्री अकाल तख्त साहिब ने कहा है कि वर्तमान भारत सरकार सिख विरोधी नजरिया रखती है क्या हरसिमरत कौर बादल सिखों के हित्तों की रक्षा करते हुए केन्द्रीय मंत्री मंडल से अस्तीफा देंगे। इसी तरह क्या सुखबीर सिंह बादल जोकि अकाली दल के प्रधान है को सिख विरोधी नजरिया रखने वाली केन्द्र की भाजपा सरकार से तोड़-विछोड़ा करेंगे। यह सवाल समय की मांग है और बादल जोड़ी को उक्त सवालों के जवाब देने चाहिए।