श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व पर नानक नाम लेवा संगत की खुले दर्शन-दीदार की माँग हो पूरी: अश्वनी शर्मा

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करतारपुर कॉरीडोर खोलने की माँग को लेकर अश्वनी शर्मा के नेतृत्व में शिष्टमंडल ने प्रधानमंत्री मोदी से की मुलाक़ात

 

अमृतसर/चंडीगढ़: 14 नवंबर (पवित्र जोत  ) : पाकिस्तान में स्थित पहले गुरु साहिब श्री गुरु नानक देव जी के गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब के दर्शन-दीदार के लिए बीना वीजा यात्रा करने के लिए डेरा बाबा नानक की भारत-पाकिस्तान सीमा पर भारत सरकार द्वारा बनाए गए श्री करतारपुर साहिब कॉरिडोर को खोलने के लिए भारतीय जनता पार्टी के शिष्टमंडल ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अश्वनी शर्मा की अध्यक्षता में प्रधानमंत्री नरेंदर मोदी से मुलाकात की। इस शिष्टमंडल में भाजपा अध्यक्ष के साथ भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सौदान सिंह, भाजपा राष्ट्रीय महासचिव व प्रदेश भाजपा प्रभारी दुष्यंत गौतम, राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग, भाजपा राष्ट्रीय सचिव व प्रदेश भाजपा सह-प्रभारी डॉ. नरिंदर सिंह रैना, भाजपा राष्ट्रीय प्रवक्ता आर. पी. सिंह, प्रदेश महासचिव दयाल सिंह सोढ़ी, राजिंदर मोहन सिंह छीना, हरजीत सिंह गरेवाल, संतोख सिंह गुमटाला, विक्रमजीत सिंह चीमा आदि उपस्थित थे।

                अश्वनी शर्मा ने मुलाकात के बारे में मीडिया से बात करते हुए कहा कि इस महीने 19 नवंबर को साहिब श्री गुरु नानक देव जी का प्रकाश पर्व आ रहा है तथा नानक नाम लेवा संगत पाकिस्तान स्थित गुरुद्वारा साहिब के दर्शनों की माँग कर रहे हैं, जिसे कोविड के चलते बंद कर दिया गया था। शर्मा ने कहा कि नानक नाम लेवा संगत सहित हम सभी बिछड़े गुरुधामों के दर्शन के लिए खुले दर्शन-दीदार की अरदास करते हैं। शर्मा ने कहा कि कांग्रेस की गलत नीतियों के कारण देश के आज़ादी के वक्त  पाकिस्तान सीमा के महज 4.7 किलोमीटर अंदर स्थित साहिब श्री गुरु नानक देव जी के चरण-छोह प्राप्त गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब पाकिस्तान में छोड़ दिया गया था, जो कि भारत का हिस्सा होना चाहिए था। 60 वर्षों तक तत्कालीन कांग्रेस सरकारों द्वारा नानक नाम लेवा संगत की अरदास को अनदेखा किया जाता रहा। 2014 में केंद्र में भाजपा सरकार बनने के बाद इस ओर प्रयास शुरू किए गए, क्यूंकि प्रधानमंत्री नरेंदर मोदी की पंजाब, पंजाबियत तथा सिखों के साथ विशेष लगाव है और उन्होंने करतारपुर कॉरिडोर का निर्माण शुरू करवाया। संगतों की अरदास को पूरा करते हुए 9 नवंबर 2019 को प्रधानमंत्री नरेंदर मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार द्वारा इसे खोल दिया गया। पिछले करीब डेढ़ वर्ष से कोविड महामारी की वजह से यह कॉरिडोर बंद है और भारत से तीर्थ यात्री माथा टेकने के लिए पाकिस्तान स्थित गुरुद्वारा दरबार साहिब नहीं जा पा रहे हैं। अश्वनी शर्मा के नेतृत्व में शिष्टमंडल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की कि वो श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व से पहले इस कॉरिडोर फिर से खोल कर नानक नाम लेवा संगतों को दर्शन-दीदार के लिए तोहफा दें। देश के बंटवारे के बाद करीब 70 वर्षों तक भारत-पाक की अंतर्राष्ट्रीय सीमा के पार पाकिस्तान में स्थित होने के कारण इस पवित्र स्थान के दर्शनों के श्रर्द्धालुओं को बहुत लंबी यात्रा और प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ता था, लेकिन करतारपुर कॉरिडोर खुलने से यात्रा महज 4.7 किलोमीटर की रह गई है।

                अश्वनी शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंदर मोदी के सटीक नेतृत्व में देश ने कोरोना के विरुद्ध निर्णायक युद्ध लड़ा है और आज विश्व का सबसे तेज गति का टीकाकरण कर विश्व-रिकॉर्ड बनाते हुए देश की करीब 110 करोड़ जनसंख्या का टीकाकरण किया जा चुका है। प्रधानमंत्री मोदी के कुशल नेतृत्व में भारत आज अनलॉक की तरफ बढ़ रहा है। कोरोना महामारी पर करीब-करीब काबू पाए जाने के चलते भाजपा आपसे माँग करती है कि अब नानक नाम लेवा संगत की माँग को पूरा करते हुए श्री करतारपुर साहिब कॉरिडोर को भी खोल कर संगत की माँग को पूरा कर दें। शर्मा ने कहा कि भाजपा द्वारा की गई माँग को प्रधानमंत्री नरेंदर मोदी ने बहुत गंभीरता से सुना और जल्द ही विचार कर पूरा करने का आश्वासन दिया।

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